१
هَلْ اَتٰىكَ حَدِيْثُ الْغَاشِيَةِۗ ١
- hal
- هَلْ
- क्या
- atāka
- أَتَىٰكَ
- आई है आपके पास
- ḥadīthu
- حَدِيثُ
- ख़बर
- l-ghāshiyati
- ٱلْغَٰشِيَةِ
- ढाँप लेने वाली की
क्या तुम्हें उस छा जानेवाली की ख़बर पहुँची है? ([८८] अल-घाशिया: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
وُجُوْهٌ يَّوْمَىِٕذٍ خَاشِعَةٌ ۙ ٢
- wujūhun
- وُجُوهٌ
- कुछ चेहरे
- yawma-idhin
- يَوْمَئِذٍ
- उस दिन
- khāshiʿatun
- خَٰشِعَةٌ
- ज़लील होंगे
उस दिन कितने ही चेहरे गिरे हुए होंगे, ([८८] अल-घाशिया: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
عَامِلَةٌ نَّاصِبَةٌ ۙ ٣
- ʿāmilatun
- عَامِلَةٌ
- अमल करने वाले
- nāṣibatun
- نَّاصِبَةٌ
- थक जाने वाले
कठिन परिश्रम में पड़े, थके-हारे ([८८] अल-घाशिया: 3)Tafseer (तफ़सीर )
४
تَصْلٰى نَارًا حَامِيَةً ۙ ٤
- taṣlā
- تَصْلَىٰ
- वो जलेंगे
- nāran
- نَارًا
- आग में
- ḥāmiyatan
- حَامِيَةً
- भड़कती हुई
दहकती आग में प्रवेश करेंगे ([८८] अल-घाशिया: 4)Tafseer (तफ़सीर )
५
تُسْقٰى مِنْ عَيْنٍ اٰنِيَةٍ ۗ ٥
- tus'qā
- تُسْقَىٰ
- वो पिलाए जाऐंगे
- min
- مِنْ
- एक चश्मे से
- ʿaynin
- عَيْنٍ
- एक चश्मे से
- āniyatin
- ءَانِيَةٍ
- खौलते हुए पानी के
खौलते हुए स्रोत से पिएँगे, ([८८] अल-घाशिया: 5)Tafseer (तफ़सीर )
६
لَيْسَ لَهُمْ طَعَامٌ اِلَّا مِنْ ضَرِيْعٍۙ ٦
- laysa
- لَّيْسَ
- नहीं है
- lahum
- لَهُمْ
- उनके लिए
- ṭaʿāmun
- طَعَامٌ
- कोई खाना
- illā
- إِلَّا
- सिवाए
- min
- مِن
- काँटों के
- ḍarīʿin
- ضَرِيعٍ
- काँटों के
उनके लिए कोई खाना न होगा सिवाय एक प्रकार के ज़री के, ([८८] अल-घाशिया: 6)Tafseer (तफ़सीर )
७
لَّا يُسْمِنُ وَلَا يُغْنِيْ مِنْ جُوْعٍۗ ٧
- lā
- لَّا
- ना वो मोटा करेगा
- yus'minu
- يُسْمِنُ
- ना वो मोटा करेगा
- walā
- وَلَا
- और ना
- yugh'nī
- يُغْنِى
- वो काम आएगा
- min
- مِن
- भूख से
- jūʿin
- جُوعٍ
- भूख से
जो न पुष्ट करे और न भूख मिटाए ([८८] अल-घाशिया: 7)Tafseer (तफ़सीर )
८
وُجُوْهٌ يَّوْمَىِٕذٍ نَّاعِمَةٌ ۙ ٨
- wujūhun
- وُجُوهٌ
- कुछ चेहरे
- yawma-idhin
- يَوْمَئِذٍ
- उस दिन
- nāʿimatun
- نَّاعِمَةٌ
- तरो ताज़ा होंगे
उस दिन कितने ही चेहरे प्रफुल्लित और सौम्य होंगे, ([८८] अल-घाशिया: 8)Tafseer (तफ़सीर )
९
لِّسَعْيِهَا رَاضِيَةٌ ۙ ٩
- lisaʿyihā
- لِّسَعْيِهَا
- अपनी कोशिशों पर
- rāḍiyatun
- رَاضِيَةٌ
- राज़ी होंगे
अपने प्रयास पर प्रसन्न, ([८८] अल-घाशिया: 9)Tafseer (तफ़सीर )
१०
فِيْ جَنَّةٍ عَالِيَةٍۙ ١٠
- fī
- فِى
- बुलन्द जन्नत में होंगे
- jannatin
- جَنَّةٍ
- बुलन्द जन्नत में होंगे
- ʿāliyatin
- عَالِيَةٍ
- बुलन्द जन्नत में होंगे
उच्च जन्नत में, ([८८] अल-घाशिया: 10)Tafseer (तफ़सीर )