११
وَالسَّمَاۤءِ ذَاتِ الرَّجْعِۙ ١١
- wal-samāi
- وَٱلسَّمَآءِ
- क़सम है आसमान की
- dhāti
- ذَاتِ
- जो पलटने वाला है
- l-rajʿi
- ٱلرَّجْعِ
- जो पलटने वाला है
साक्षी है आवर्तन (उलट-फेर) वाला आकाश, ([८६] अत-तारिक: 11)Tafseer (तफ़सीर )
१२
وَالْاَرْضِ ذَاتِ الصَّدْعِۙ ١٢
- wal-arḍi
- وَٱلْأَرْضِ
- और ज़मीन की
- dhāti
- ذَاتِ
- जो फटने वाली है
- l-ṣadʿi
- ٱلصَّدْعِ
- जो फटने वाली है
और फट जानेवाली धरती ([८६] अत-तारिक: 12)Tafseer (तफ़सीर )
१३
اِنَّهٗ لَقَوْلٌ فَصْلٌۙ ١٣
- innahu
- إِنَّهُۥ
- बेशक वो
- laqawlun
- لَقَوْلٌ
- यक़ीनन एक बात है
- faṣlun
- فَصْلٌ
- फ़ैसला कुन
वह दो-टूक बात है, ([८६] अत-तारिक: 13)Tafseer (तफ़सीर )
१४
وَّمَا هُوَ بِالْهَزْلِۗ ١٤
- wamā
- وَمَا
- और नहीं है
- huwa
- هُوَ
- वो
- bil-hazli
- بِٱلْهَزْلِ
- कोई हँसी-मज़ाक़
वह कोई हँसी-मज़ाक नही है ([८६] अत-तारिक: 14)Tafseer (तफ़सीर )
१५
اِنَّهُمْ يَكِيْدُوْنَ كَيْدًاۙ ١٥
- innahum
- إِنَّهُمْ
- बेशक वो
- yakīdūna
- يَكِيدُونَ
- वो चाल चल रहे हैं
- kaydan
- كَيْدًا
- एक चाल
वे एक चाल चल रहे है, ([८६] अत-तारिक: 15)Tafseer (तफ़सीर )
१६
وَّاَكِيْدُ كَيْدًاۖ ١٦
- wa-akīdu
- وَأَكِيدُ
- और मैं तदबीर कर रहा हूँ
- kaydan
- كَيْدًا
- एक तदबीर
और मैं भी एक चाल चल रहा हूँ ([८६] अत-तारिक: 16)Tafseer (तफ़सीर )
१७
فَمَهِّلِ الْكٰفِرِيْنَ اَمْهِلْهُمْ رُوَيْدًا ࣖ ١٧
- famahhili
- فَمَهِّلِ
- पस मोहलत दे दीजिए
- l-kāfirīna
- ٱلْكَٰفِرِينَ
- काफ़िरों को
- amhil'hum
- أَمْهِلْهُمْ
- मोहलत देना उन्हें
- ruwaydan
- رُوَيْدًۢا
- थोड़ी सी (मोहलत)
अत मुहलत दे दो उन इनकार करनेवालों को; मुहलत दे दो उन्हें थोड़ी-सी ([८६] अत-तारिक: 17)Tafseer (तफ़सीर )