१
عَمَّ يَتَسَاۤءَلُوْنَۚ ١
- ʿamma
- عَمَّ
- किस चीज़ के बारे में
- yatasāalūna
- يَتَسَآءَلُونَ
- वो आपस में सवाल कर रहे हैं
किस चीज़ के विषय में वे आपस में पूछ-गच्छ कर रहे है? ([७८] अल-नबा: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
عَنِ النَّبَاِ الْعَظِيْمِۙ ٢
- ʿani
- عَنِ
- उस ख़बर के बारे में
- l-naba-i
- ٱلنَّبَإِ
- उस ख़बर के बारे में
- l-ʿaẓīmi
- ٱلْعَظِيمِ
- जो बहुत बड़ी है
उस बड़ी ख़बर के सम्बन्ध में, ([७८] अल-नबा: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
الَّذِيْ هُمْ فِيْهِ مُخْتَلِفُوْنَۗ ٣
- alladhī
- ٱلَّذِى
- वो जो
- hum
- هُمْ
- वो
- fīhi
- فِيهِ
- उसमें
- mukh'talifūna
- مُخْتَلِفُونَ
- इख़्तिलाफ़ करने वाले हैं
जिसमें वे मतभेद रखते है ([७८] अल-नबा: 3)Tafseer (तफ़सीर )
४
كَلَّا سَيَعْلَمُوْنَۙ ٤
- kallā
- كَلَّا
- हरगिज़ नहीं
- sayaʿlamūna
- سَيَعْلَمُونَ
- अनक़रीब वो जान लोंगे
कदापि नहीं, शीघ्र ही वे जान लेंगे। ([७८] अल-नबा: 4)Tafseer (तफ़सीर )
५
ثُمَّ كَلَّا سَيَعْلَمُوْنَ ٥
- thumma
- ثُمَّ
- फिर
- kallā
- كَلَّا
- हरगिज़ नहीं
- sayaʿlamūna
- سَيَعْلَمُونَ
- अनक़रीब वो जान लोंगे
फिर कदापि नहीं, शीघ्र ही वे जान लेंगे। ([७८] अल-नबा: 5)Tafseer (तफ़सीर )
६
اَلَمْ نَجْعَلِ الْاَرْضَ مِهٰدًاۙ ٦
- alam
- أَلَمْ
- क्या नहीं
- najʿali
- نَجْعَلِ
- हमने बनाया
- l-arḍa
- ٱلْأَرْضَ
- ज़मीन को
- mihādan
- مِهَٰدًا
- बिछौना
क्या ऐसा नहीं है कि हमने धरती को बिछौना बनाया ([७८] अल-नबा: 6)Tafseer (तफ़सीर )
७
وَّالْجِبَالَ اَوْتَادًاۖ ٧
- wal-jibāla
- وَٱلْجِبَالَ
- और पहाड़ों को
- awtādan
- أَوْتَادًا
- मेख़ें
और पहाड़ों को मेख़े? ([७८] अल-नबा: 7)Tafseer (तफ़सीर )
८
وَّخَلَقْنٰكُمْ اَزْوَاجًاۙ ٨
- wakhalaqnākum
- وَخَلَقْنَٰكُمْ
- और पैदा किया हमने तुम्हें
- azwājan
- أَزْوَٰجًا
- जोड़ा-जोड़ा
और हमने तुम्हें जोड़-जोड़े पैदा किया, ([७८] अल-नबा: 8)Tafseer (तफ़सीर )
९
وَّجَعَلْنَا نَوْمَكُمْ سُبَاتًاۙ ٩
- wajaʿalnā
- وَجَعَلْنَا
- और बनाया हमने
- nawmakum
- نَوْمَكُمْ
- तुम्हारी नींद को
- subātan
- سُبَاتًا
- आराम का ज़रिया
और तुम्हारी नींद को थकन दूर करनेवाली बनाया, ([७८] अल-नबा: 9)Tafseer (तफ़सीर )
१०
وَّجَعَلْنَا الَّيْلَ لِبَاسًاۙ ١٠
- wajaʿalnā
- وَجَعَلْنَا
- और बनाया हमने
- al-layla
- ٱلَّيْلَ
- रात को
- libāsan
- لِبَاسًا
- लिबास
रात को आवरण बनाया, ([७८] अल-नबा: 10)Tafseer (तफ़सीर )