पवित्र कुरान सूरा अल-आराफ़ आयत ९९
Qur'an Surah Al-A'raf Verse 99
अल-आराफ़ [७]: ९९ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर
اَفَاَمِنُوْا مَكْرَ اللّٰهِۚ فَلَا يَأْمَنُ مَكْرَ اللّٰهِ اِلَّا الْقَوْمُ الْخٰسِرُوْنَ ࣖ (الأعراف : ٧)
- afa-aminū
- أَفَأَمِنُوا۟
- Then did they feel secure
- क्या भला वो बेख़ौफ़ हो गए
- makra
- مَكْرَ
- (from the) plan
- अल्लाह की तदबीर से
- l-lahi
- ٱللَّهِۚ
- (of) Allah?
- अल्लाह की तदबीर से
- falā
- فَلَا
- But not
- पस नहीं
- yamanu
- يَأْمَنُ
- feel secure
- बेख़ौफ़ हुआ करते
- makra
- مَكْرَ
- (from the) plan
- अल्लाह की तदबीर से
- l-lahi
- ٱللَّهِ
- (of) Allah
- अल्लाह की तदबीर से
- illā
- إِلَّا
- except
- मगर
- l-qawmu
- ٱلْقَوْمُ
- the people
- वो लोग
- l-khāsirūna
- ٱلْخَٰسِرُونَ
- (who are) the losers
- जो ख़सारा पाने वाले हैं
Transliteration:
Afa aminoo makral laah; falaa yaamanu makral laahi illal qawmul khaasiroon(QS. al-ʾAʿrāf:99)
English Sahih International:
Then, did they feel secure from the plan of Allah? But no one feels secure from the plan of Allah except the losing people. (QS. Al-A'raf, Ayah ९९)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
आख़िर क्या वे अल्लाह की चाल से निश्चिन्त हो गए थे? तो (समझ लो उन्हें टोटे में पड़ना ही था, क्योंकि) अल्लाह की चाल से तो वही लोग निश्चित होते है, जो टोटे में पड़नेवाले होते है (अल-आराफ़, आयत ९९)
Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
तो क्या ये लोग ख़ुदा की तद्बीर से ढीट हो गए हैं तो (याद रहे कि) ख़ुदा के दॉव से घाटा उठाने वाले ही निडर हो बैठे हैं
Azizul-Haqq Al-Umary
तो क्या वे अल्लाह के गुप्त उपाय से निश्चिन्त हो गये हैं? तो (याद रखो!) अल्लाह के गुप्त उपाय से नाश होने वाली जाति ही निश्चिन्त होती है।