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सूरा अल-मुनाफिकुन - Page: 2

Al-Munafiqun

(The Hypocrites)

११

وَلَنْ يُّؤَخِّرَ اللّٰهُ نَفْسًا اِذَا جَاۤءَ اَجَلُهَاۗ وَاللّٰهُ خَبِيْرٌۢ بِمَا تَعْمَلُوْنَ ࣖ ١١

walan
وَلَن
और हरगिज़ ना
yu-akhira
يُؤَخِّرَ
मोहलत देगा
l-lahu
ٱللَّهُ
अल्लाह
nafsan
نَفْسًا
किसी नफ़्स को
idhā
إِذَا
जब
jāa
جَآءَ
आ जाऐगी
ajaluhā
أَجَلُهَاۚ
मौत उसकी
wal-lahu
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
khabīrun
خَبِيرٌۢ
ख़ूब ख़बर रखने वाला है
bimā
بِمَا
उसकी जो
taʿmalūna
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो
किन्तु अल्लाह, किसी व्यक्ति को जब तक उसका नियत समय आ जाता है, कदापि मुहलत नहीं देता। और जो कुछ तुम करते हो अल्लाह उसकी पूरी ख़बर रखता है ([६३] अल-मुनाफिकुन: 11)
Tafseer (तफ़सीर )