२१
وَلَحْمِ طَيْرٍ مِّمَّا يَشْتَهُوْنَۗ ٢١
- walaḥmi
- وَلَحْمِ
- और गोश्त
- ṭayrin
- طَيْرٍ
- परिन्दों का
- mimmā
- مِّمَّا
- उसमें से जो
- yashtahūna
- يَشْتَهُونَ
- वो ख़्वाहिश करेंगे
और पक्षी का मांस जो वे चाह; ([५६] अल-वाकिया: 21)Tafseer (तफ़सीर )
२२
وَحُوْرٌ عِيْنٌۙ ٢٢
- waḥūrun
- وَحُورٌ
- और गोरी औरतें
- ʿīnun
- عِينٌ
- बड़ी आँखों वाली
और बड़ी आँखोंवाली हूरें, ([५६] अल-वाकिया: 22)Tafseer (तफ़सीर )
२३
كَاَمْثَالِ اللُّؤْلُؤِ الْمَكْنُوْنِۚ ٢٣
- ka-amthāli
- كَأَمْثَٰلِ
- जैसे
- l-lu'lu-i
- ٱللُّؤْلُؤِ
- मोती
- l-maknūni
- ٱلْمَكْنُونِ
- छुपे हुए
मानो छिपाए हुए मोती हो ([५६] अल-वाकिया: 23)Tafseer (तफ़सीर )
२४
جَزَاۤءًۢ بِمَا كَانُوْا يَعْمَلُوْنَ ٢٤
- jazāan
- جَزَآءًۢ
- बदला है
- bimā
- بِمَا
- उसका जो
- kānū
- كَانُوا۟
- थे वो
- yaʿmalūna
- يَعْمَلُونَ
- वो अमल करते
यह सब उसके बदले में उन्हें प्राप्त होगा जो कुछ वे करते रहे ([५६] अल-वाकिया: 24)Tafseer (तफ़सीर )
२५
لَا يَسْمَعُوْنَ فِيْهَا لَغْوًا وَّلَا تَأْثِيْمًاۙ ٢٥
- lā
- لَا
- ना वो सुनेंगे
- yasmaʿūna
- يَسْمَعُونَ
- ना वो सुनेंगे
- fīhā
- فِيهَا
- उसमें
- laghwan
- لَغْوًا
- कोई लग़्व बात
- walā
- وَلَا
- और ना
- tathīman
- تَأْثِيمًا
- कोई गुनाह की बात
उसमें वे न कोई व्यर्थ बात सुनेंगे और न गुनाह की बात; ([५६] अल-वाकिया: 25)Tafseer (तफ़सीर )
२६
اِلَّا قِيْلًا سَلٰمًا سَلٰمًا ٢٦
- illā
- إِلَّا
- मगर
- qīlan
- قِيلًا
- कहना
- salāman
- سَلَٰمًا
- सलाम
- salāman
- سَلَٰمًا
- सलाम
सिवाय इस बात के कि 'सलाम हो, सलाम हो!' ([५६] अल-वाकिया: 26)Tafseer (तफ़सीर )
२७
وَاَصْحٰبُ الْيَمِينِ ەۙ مَآ اَصْحٰبُ الْيَمِيْنِۗ ٢٧
- wa-aṣḥābu
- وَأَصْحَٰبُ
- और दाऐं हाथ वाले
- l-yamīni
- ٱلْيَمِينِ
- और दाऐं हाथ वाले
- mā
- مَآ
- क्या हैं
- aṣḥābu
- أَصْحَٰبُ
- दाऐं हाथ वाले
- l-yamīni
- ٱلْيَمِينِ
- दाऐं हाथ वाले
रहे सौभाग्यशाली लोग, तो सौभाग्यशालियों का क्या कहना! ([५६] अल-वाकिया: 27)Tafseer (तफ़सीर )
२८
فِيْ سِدْرٍ مَّخْضُوْدٍۙ ٢٨
- fī
- فِى
- बेरियों में
- sid'rin
- سِدْرٍ
- बेरियों में
- makhḍūdin
- مَّخْضُودٍ
- बग़ैर काँटों के
वे वहाँ होंगे जहाँ बिन काँटों के बेर होंगे; ([५६] अल-वाकिया: 28)Tafseer (तफ़सीर )
२९
وَّطَلْحٍ مَّنْضُوْدٍۙ ٢٩
- waṭalḥin
- وَطَلْحٍ
- और केलों में
- manḍūdin
- مَّنضُودٍ
- तह ब तह
और गुच्छेदार केले; ([५६] अल-वाकिया: 29)Tafseer (तफ़सीर )
३०
وَّظِلٍّ مَّمْدُوْدٍۙ ٣٠
- waẓillin
- وَظِلٍّ
- और सायों में
- mamdūdin
- مَّمْدُودٍ
- लम्बे
दूर तक फैली हुई छाँव; ([५६] अल-वाकिया: 30)Tafseer (तफ़सीर )