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सूरा अल-वाकिया - Page: 2

Al-Waqi'ah

(घटना, आरोध्य)

११

اُولٰۤىِٕكَ الْمُقَرَّبُوْنَۚ ١١

ulāika
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लेग हैं
l-muqarabūna
ٱلْمُقَرَّبُونَ
जो मुक़र्रब हैं
वही (अल्लाह के) निकटवर्ती है; ([५६] अल-वाकिया: 11)
Tafseer (तफ़सीर )
१२

فِيْ جَنّٰتِ النَّعِيْمِ ١٢

فِى
बाग़ात में
jannāti
جَنَّٰتِ
बाग़ात में
l-naʿīmi
ٱلنَّعِيمِ
नेअमतों वाले
नेमत भरी जन्नतों में होंगे; ([५६] अल-वाकिया: 12)
Tafseer (तफ़सीर )
१३

ثُلَّةٌ مِّنَ الْاَوَّلِيْنَۙ ١٣

thullatun
ثُلَّةٌ
एक बड़ा गिरोह
mina
مِّنَ
पहलों में से
l-awalīna
ٱلْأَوَّلِينَ
पहलों में से
अगलों में से तो बहुत-से होंगे, ([५६] अल-वाकिया: 13)
Tafseer (तफ़सीर )
१४

وَقَلِيْلٌ مِّنَ الْاٰخِرِيْنَۗ ١٤

waqalīlun
وَقَلِيلٌ
और बहुत थोड़े
mina
مِّنَ
पिछलों में से
l-ākhirīna
ٱلْءَاخِرِينَ
पिछलों में से
किन्तु पिछलों में से कम ही ([५६] अल-वाकिया: 14)
Tafseer (तफ़सीर )
१५

عَلٰى سُرُرٍ مَّوْضُوْنَةٍۙ ١٥

ʿalā
عَلَىٰ
तख़्तों पर होंगे
sururin
سُرُرٍ
तख़्तों पर होंगे
mawḍūnatin
مَّوْضُونَةٍ
सोने के तारों से बने हुए
जड़ित तख़्तो पर; ([५६] अल-वाकिया: 15)
Tafseer (तफ़सीर )
१६

مُّتَّكِـِٕيْنَ عَلَيْهَا مُتَقٰبِلِيْنَ ١٦

muttakiīna
مُّتَّكِـِٔينَ
तकिया लगाए हुए होंगे
ʿalayhā
عَلَيْهَا
उन पर
mutaqābilīna
مُتَقَٰبِلِينَ
आमने-सामने
तकिया लगाए आमने-सामने होंगे; ([५६] अल-वाकिया: 16)
Tafseer (तफ़सीर )
१७

يَطُوْفُ عَلَيْهِمْ وِلْدَانٌ مُّخَلَّدُوْنَۙ ١٧

yaṭūfu
يَطُوفُ
गर्दिश कर रहे होंगे
ʿalayhim
عَلَيْهِمْ
उन पर
wil'dānun
وِلْدَٰنٌ
लड़के
mukhalladūna
مُّخَلَّدُونَ
हमेशा रहने वाले
उनके पास किशोर होंगे जो सदैव किशोरावस्था ही में रहेंगे, ([५६] अल-वाकिया: 17)
Tafseer (तफ़सीर )
१८

بِاَكْوَابٍ وَّاَبَارِيْقَۙ وَكَأْسٍ مِّنْ مَّعِيْنٍۙ ١٨

bi-akwābin
بِأَكْوَابٍ
साथ प्यालों
wa-abārīqa
وَأَبَارِيقَ
और सुराहियों के
wakasin
وَكَأْسٍ
और साग़र
min
مِّن
बहती शराब के
maʿīnin
مَّعِينٍ
बहती शराब के
प्याले और आफ़ताबे (जग) और विशुद्ध पेय से भरा हुआ पात्र लिए फिर रहे होंगे ([५६] अल-वाकिया: 18)
Tafseer (तफ़सीर )
१९

لَّا يُصَدَّعُوْنَ عَنْهَا وَلَا يُنْزِفُوْنَۙ ١٩

لَّا
ना वो सर दर्द में मुब्तिला किए जाऐंगे
yuṣaddaʿūna
يُصَدَّعُونَ
ना वो सर दर्द में मुब्तिला किए जाऐंगे
ʿanhā
عَنْهَا
उससे
walā
وَلَا
और ना
yunzifūna
يُنزِفُونَ
वो बहकेंगे
- जिस (के पीने) से न तो उन्हें सिर दर्द होगा और न उनकी बुद्धि में विकार आएगा ([५६] अल-वाकिया: 19)
Tafseer (तफ़सीर )
२०

وَفَاكِهَةٍ مِّمَّا يَتَخَيَّرُوْنَۙ ٢٠

wafākihatin
وَفَٰكِهَةٍ
और फल
mimmā
مِّمَّا
उसमें से जो
yatakhayyarūna
يَتَخَيَّرُونَ
वो पसंद करेंगे
और स्वादिष्ट॥ फल जो वे पसन्द करें; ([५६] अल-वाकिया: 20)
Tafseer (तफ़सीर )