७१
فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧١
- fabi-ayyi
- فَبِأَىِّ
- तो कौन सी
- ālāi
- ءَالَآءِ
- नेअमतों को
- rabbikumā
- رَبِّكُمَا
- अपने रब की
- tukadhibāni
- تُكَذِّبَانِ
- तुम दोनों झुठलाओगे
तो तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 71)Tafseer (तफ़सीर )
७२
حُوْرٌ مَّقْصُوْرٰتٌ فِى الْخِيَامِۚ ٧٢
- ḥūrun
- حُورٌ
- हूरें
- maqṣūrātun
- مَّقْصُورَٰتٌ
- ठहराई हुईं
- fī
- فِى
- ख़ेमों में
- l-khiyāmi
- ٱلْخِيَامِ
- ख़ेमों में
हूरें (परम रूपवती स्त्रियाँ) ख़ेमों में रहनेवाली; ([५५] अर-रहमान: 72)Tafseer (तफ़सीर )
७३
فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧٣
- fabi-ayyi
- فَبِأَىِّ
- तो कौन सी
- ālāi
- ءَالَآءِ
- नेअमतों को
- rabbikumā
- رَبِّكُمَا
- अपने रब की
- tukadhibāni
- تُكَذِّبَانِ
- तुम दोनों झुठलाओगे
अतः तुम दोनों अपने रब के चमत्कारों में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 73)Tafseer (तफ़सीर )
७४
لَمْ يَطْمِثْهُنَّ اِنْسٌ قَبْلَهُمْ وَلَا جَاۤنٌّۚ ٧٤
- lam
- لَمْ
- नहीं
- yaṭmith'hunna
- يَطْمِثْهُنَّ
- छुआ उन्हें
- insun
- إِنسٌ
- किसी इन्सान ने
- qablahum
- قَبْلَهُمْ
- उनसे पहले
- walā
- وَلَا
- और ना
- jānnun
- جَآنٌّ
- किसी जिन्न ने
जिन्हें उससे पहले न किसी मनुष्य ने हाथ लगाया होगा और न किसी जिन्न ने। ([५५] अर-रहमान: 74)Tafseer (तफ़सीर )
७५
فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧٥
- fabi-ayyi
- فَبِأَىِّ
- तो कौन सा
- ālāi
- ءَالَآءِ
- नेअमतों को
- rabbikumā
- رَبِّكُمَا
- अपने रब की
- tukadhibāni
- تُكَذِّبَانِ
- तुम दोनों झुठलाओगे
अतः तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 75)Tafseer (तफ़सीर )
७६
مُتَّكِـِٕيْنَ عَلٰى رَفْرَفٍ خُضْرٍ وَّعَبْقَرِيٍّ حِسَانٍۚ ٧٦
- muttakiīna
- مُتَّكِـِٔينَ
- तकिया लगाए हुए होंगे
- ʿalā
- عَلَىٰ
- क़ालीनों पर
- rafrafin
- رَفْرَفٍ
- क़ालीनों पर
- khuḍ'rin
- خُضْرٍ
- सब्ज़
- waʿabqariyyin
- وَعَبْقَرِىٍّ
- और नादिर
- ḥisānin
- حِسَانٍ
- ख़ूबसूरत
वे हरे रेशमी गद्दो और उत्कृष्ट् और असाधारण क़ालीनों पर तकिया लगाए होंगे; ([५५] अर-रहमान: 76)Tafseer (तफ़सीर )
७७
فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧٧
- fabi-ayyi
- فَبِأَىِّ
- तो कौन सी
- ālāi
- ءَالَآءِ
- नेअमतों को
- rabbikumā
- رَبِّكُمَا
- अपने रब की
- tukadhibāni
- تُكَذِّبَانِ
- तुम दोनों झुठलाओगे
अतः तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 77)Tafseer (तफ़सीर )
७८
تَبٰرَكَ اسْمُ رَبِّكَ ذِى الْجَلٰلِ وَالْاِكْرَامِ ࣖ ٧٨
- tabāraka
- تَبَٰرَكَ
- बहुत बाबरकत है
- us'mu
- ٱسْمُ
- नाम
- rabbika
- رَبِّكَ
- आपके रब का
- dhī
- ذِى
- जो बुज़ुर्गी वाला है
- l-jalāli
- ٱلْجَلَٰلِ
- जो बुज़ुर्गी वाला है
- wal-ik'rāmi
- وَٱلْإِكْرَامِ
- और इज़्ज़त वाला है
बड़ा ही बरकतवाला नाम है तुम्हारे प्रतापवान और उदार रब का ([५५] अर-रहमान: 78)Tafseer (तफ़सीर )