Skip to content

सूरा अर-रहमान - Page: 8

Ar-Rahman

(The Beneficent, The Mercy Giving)

७१

فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧١

fabi-ayyi
فَبِأَىِّ
तो कौन सी
ālāi
ءَالَآءِ
नेअमतों को
rabbikumā
رَبِّكُمَا
अपने रब की
tukadhibāni
تُكَذِّبَانِ
तुम दोनों झुठलाओगे
तो तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 71)
Tafseer (तफ़सीर )
७२

حُوْرٌ مَّقْصُوْرٰتٌ فِى الْخِيَامِۚ ٧٢

ḥūrun
حُورٌ
हूरें
maqṣūrātun
مَّقْصُورَٰتٌ
ठहराई हुईं
فِى
ख़ेमों में
l-khiyāmi
ٱلْخِيَامِ
ख़ेमों में
हूरें (परम रूपवती स्त्रियाँ) ख़ेमों में रहनेवाली; ([५५] अर-रहमान: 72)
Tafseer (तफ़सीर )
७३

فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧٣

fabi-ayyi
فَبِأَىِّ
तो कौन सी
ālāi
ءَالَآءِ
नेअमतों को
rabbikumā
رَبِّكُمَا
अपने रब की
tukadhibāni
تُكَذِّبَانِ
तुम दोनों झुठलाओगे
अतः तुम दोनों अपने रब के चमत्कारों में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 73)
Tafseer (तफ़सीर )
७४

لَمْ يَطْمِثْهُنَّ اِنْسٌ قَبْلَهُمْ وَلَا جَاۤنٌّۚ ٧٤

lam
لَمْ
नहीं
yaṭmith'hunna
يَطْمِثْهُنَّ
छुआ उन्हें
insun
إِنسٌ
किसी इन्सान ने
qablahum
قَبْلَهُمْ
उनसे पहले
walā
وَلَا
और ना
jānnun
جَآنٌّ
किसी जिन्न ने
जिन्हें उससे पहले न किसी मनुष्य ने हाथ लगाया होगा और न किसी जिन्न ने। ([५५] अर-रहमान: 74)
Tafseer (तफ़सीर )
७५

فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧٥

fabi-ayyi
فَبِأَىِّ
तो कौन सा
ālāi
ءَالَآءِ
नेअमतों को
rabbikumā
رَبِّكُمَا
अपने रब की
tukadhibāni
تُكَذِّبَانِ
तुम दोनों झुठलाओगे
अतः तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 75)
Tafseer (तफ़सीर )
७६

مُتَّكِـِٕيْنَ عَلٰى رَفْرَفٍ خُضْرٍ وَّعَبْقَرِيٍّ حِسَانٍۚ ٧٦

muttakiīna
مُتَّكِـِٔينَ
तकिया लगाए हुए होंगे
ʿalā
عَلَىٰ
क़ालीनों पर
rafrafin
رَفْرَفٍ
क़ालीनों पर
khuḍ'rin
خُضْرٍ
सब्ज़
waʿabqariyyin
وَعَبْقَرِىٍّ
और नादिर
ḥisānin
حِسَانٍ
ख़ूबसूरत
वे हरे रेशमी गद्दो और उत्कृष्ट् और असाधारण क़ालीनों पर तकिया लगाए होंगे; ([५५] अर-रहमान: 76)
Tafseer (तफ़सीर )
७७

فَبِاَيِّ اٰلَاۤءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبٰنِۚ ٧٧

fabi-ayyi
فَبِأَىِّ
तो कौन सी
ālāi
ءَالَآءِ
नेअमतों को
rabbikumā
رَبِّكُمَا
अपने रब की
tukadhibāni
تُكَذِّبَانِ
तुम दोनों झुठलाओगे
अतः तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे? ([५५] अर-रहमान: 77)
Tafseer (तफ़सीर )
७८

تَبٰرَكَ اسْمُ رَبِّكَ ذِى الْجَلٰلِ وَالْاِكْرَامِ ࣖ ٧٨

tabāraka
تَبَٰرَكَ
बहुत बाबरकत है
us'mu
ٱسْمُ
नाम
rabbika
رَبِّكَ
आपके रब का
dhī
ذِى
जो बुज़ुर्गी वाला है
l-jalāli
ٱلْجَلَٰلِ
जो बुज़ुर्गी वाला है
wal-ik'rāmi
وَٱلْإِكْرَامِ
और इज़्ज़त वाला है
बड़ा ही बरकतवाला नाम है तुम्हारे प्रतापवान और उदार रब का ([५५] अर-रहमान: 78)
Tafseer (तफ़सीर )