१
२
عَلَّمَ الْقُرْاٰنَۗ ٢
- ʿallama
- عَلَّمَ
- उसने तालीम दी
- l-qur'āna
- ٱلْقُرْءَانَ
- क़ुरआन की
क़ुरआन सिखाया; ([५५] अर-रहमान: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
خَلَقَ الْاِنْسَانَۙ ٣
- khalaqa
- خَلَقَ
- उसने पैदा किया
- l-insāna
- ٱلْإِنسَٰنَ
- इन्सान को
उसी ने मनुष्य को पैदा किया; ([५५] अर-रहमान: 3)Tafseer (तफ़सीर )
४
عَلَّمَهُ الْبَيَانَ ٤
- ʿallamahu
- عَلَّمَهُ
- सिखाया उसे
- l-bayāna
- ٱلْبَيَانَ
- बोलना
उसे बोलना सिखाया; ([५५] अर-रहमान: 4)Tafseer (तफ़सीर )
५
اَلشَّمْسُ وَالْقَمَرُ بِحُسْبَانٍۙ ٥
- al-shamsu
- ٱلشَّمْسُ
- सूरज
- wal-qamaru
- وَٱلْقَمَرُ
- और चाँद
- biḥus'bānin
- بِحُسْبَانٍ
- एक हिसाब के साथ हैं
सूर्य और चन्द्रमा एक हिसाब के पाबन्द है; ([५५] अर-रहमान: 5)Tafseer (तफ़सीर )
६
وَّالنَّجْمُ وَالشَّجَرُ يَسْجُدَانِ ٦
- wal-najmu
- وَٱلنَّجْمُ
- और सितारे/बेलें
- wal-shajaru
- وَٱلشَّجَرُ
- और दरख़्त
- yasjudāni
- يَسْجُدَانِ
- वो दोनों सजदा कर रहे हैं
और तारे और वृक्ष सजदा करते है; ([५५] अर-रहमान: 6)Tafseer (तफ़सीर )
७
وَالسَّمَاۤءَ رَفَعَهَا وَوَضَعَ الْمِيْزَانَۙ ٧
- wal-samāa
- وَٱلسَّمَآءَ
- और आसमान
- rafaʿahā
- رَفَعَهَا
- उसने बुलन्द किया उसे
- wawaḍaʿa
- وَوَضَعَ
- और उसने रख दिया
- l-mīzāna
- ٱلْمِيزَانَ
- मीज़ान
उसने आकाश को ऊँचा किया और संतुलन स्थापित किया - ([५५] अर-रहमान: 7)Tafseer (तफ़सीर )
८
اَلَّا تَطْغَوْا فِى الْمِيْزَانِ ٨
- allā
- أَلَّا
- कि ना
- taṭghaw
- تَطْغَوْا۟
- तुम ज़्यादती करो
- fī
- فِى
- मीज़ान में
- l-mīzāni
- ٱلْمِيزَانِ
- मीज़ान में
कि तुम भी तुला में सीमा का उल्लंघन न करो ([५५] अर-रहमान: 8)Tafseer (तफ़सीर )
९
وَاَقِيْمُوا الْوَزْنَ بِالْقِسْطِ وَلَا تُخْسِرُوا الْمِيْزَانَ ٩
- wa-aqīmū
- وَأَقِيمُوا۟
- और क़ायम करो
- l-wazna
- ٱلْوَزْنَ
- वज़्न को
- bil-qis'ṭi
- بِٱلْقِسْطِ
- साथ इन्साफ़ के
- walā
- وَلَا
- और ना
- tukh'sirū
- تُخْسِرُوا۟
- तुम कमी करो
- l-mīzāna
- ٱلْمِيزَانَ
- तोल में
न्याय के साथ ठीक-ठीक तौलो और तौल में कमी न करो। - ([५५] अर-रहमान: 9)Tafseer (तफ़सीर )
१०
وَالْاَرْضَ وَضَعَهَا لِلْاَنَامِۙ ١٠
- wal-arḍa
- وَٱلْأَرْضَ
- और ज़मीन
- waḍaʿahā
- وَضَعَهَا
- उसने रख दिया उसे
- lil'anāmi
- لِلْأَنَامِ
- मख़लूक़ात के लिए
और धरती को उसने सृष्टल प्राणियों के लिए बनाया; ([५५] अर-रहमान: 10)Tafseer (तफ़सीर )