६१
وَاَنْتُمْ سَامِدُوْنَ ٦١
- wa-antum
- وَأَنتُمْ
- और तुम
- sāmidūna
- سَٰمِدُونَ
- ग़ाफ़िल हो
जबकि तुम घमंडी और ग़ाफिल हो ([५३] अन-नज्म: 61)Tafseer (तफ़सीर )
६२
فَاسْجُدُوْا لِلّٰهِ وَاعْبُدُوْا ࣖ ۩ ٦٢
- fa-us'judū
- فَٱسْجُدُوا۟
- पस सजदा करो
- lillahi
- لِلَّهِ
- अल्लाह के लिए
- wa-uʿ'budū
- وَٱعْبُدُوا۟۩
- और इबादत करो
अतः अल्लाह को सजदा करो और बन्दगी करो ([५३] अन-नज्म: 62)Tafseer (तफ़सीर )