४१
ثُمَّ يُجْزٰىهُ الْجَزَاۤءَ الْاَوْفٰىۙ ٤١
- thumma
- ثُمَّ
- फिर
- yuj'zāhu
- يُجْزَىٰهُ
- बदला दिया जाएगा उसे
- l-jazāa
- ٱلْجَزَآءَ
- बदला
- l-awfā
- ٱلْأَوْفَىٰ
- पूरा-पूरा
फिर उसे पूरा बदला दिया जाएगा; ([५३] अन-नज्म: 41)Tafseer (तफ़सीर )
४२
وَاَنَّ اِلٰى رَبِّكَ الْمُنْتَهٰىۙ ٤٢
- wa-anna
- وَأَنَّ
- और बेशक
- ilā
- إِلَىٰ
- आपके रब की तरफ़ ही
- rabbika
- رَبِّكَ
- आपके रब की तरफ़ ही
- l-muntahā
- ٱلْمُنتَهَىٰ
- इन्तिहा है
और यह कि अन्त में पहुँचना तुम्हारे रब ही की ओर है; ([५३] अन-नज्म: 42)Tafseer (तफ़सीर )
४३
وَاَنَّهٗ هُوَ اَضْحَكَ وَاَبْكٰى ٤٣
- wa-annahu
- وَأَنَّهُۥ
- और बेशक वो
- huwa
- هُوَ
- वो ही है
- aḍḥaka
- أَضْحَكَ
- जिसने हँसाया
- wa-abkā
- وَأَبْكَىٰ
- और उसने रुलाया
और यह कि वही है जो हँसाता और रुलाता है; ([५३] अन-नज्म: 43)Tafseer (तफ़सीर )
४४
وَاَنَّهٗ هُوَ اَمَاتَ وَاَحْيَاۙ ٤٤
- wa-annahu
- وَأَنَّهُۥ
- और बेशक वो
- huwa
- هُوَ
- वो ही है
- amāta
- أَمَاتَ
- जिसने मौत दी
- wa-aḥyā
- وَأَحْيَا
- और उसने ज़िन्दा किया
और यह कि वही जो मारता और जिलाता है; ([५३] अन-नज्म: 44)Tafseer (तफ़सीर )
४५
وَاَنَّهٗ خَلَقَ الزَّوْجَيْنِ الذَّكَرَ وَالْاُنْثٰى ٤٥
- wa-annahu
- وَأَنَّهُۥ
- और बेशक वो ही है
- khalaqa
- خَلَقَ
- जिसने पैदा किया
- l-zawjayni
- ٱلزَّوْجَيْنِ
- जोड़ों को
- l-dhakara
- ٱلذَّكَرَ
- नर
- wal-unthā
- وَٱلْأُنثَىٰ
- और मादा को
और यह कि वही है जिसने नर और मादा के जोड़े पैदा किए, ([५३] अन-नज्म: 45)Tafseer (तफ़सीर )
४६
مِنْ نُّطْفَةٍ اِذَا تُمْنٰىۙ ٤٦
- min
- مِن
- नुत्फ़े से
- nuṭ'fatin
- نُّطْفَةٍ
- नुत्फ़े से
- idhā
- إِذَا
- जब
- tum'nā
- تُمْنَىٰ
- वो टपकाया जाता है
एक बूँद से, जब वह टपकाई जाती है; ([५३] अन-नज्म: 46)Tafseer (तफ़सीर )
४७
وَاَنَّ عَلَيْهِ النَّشْاَةَ الْاُخْرٰىۙ ٤٧
- wa-anna
- وَأَنَّ
- और बेशक
- ʿalayhi
- عَلَيْهِ
- उसी के ज़िम्मे है
- l-nashata
- ٱلنَّشْأَةَ
- पैदाइश
- l-ukh'rā
- ٱلْأُخْرَىٰ
- दूसरी मरतबा
और यह कि उसी के ज़िम्मे दोबारा उठाना भी है; ([५३] अन-नज्म: 47)Tafseer (तफ़सीर )
४८
وَاَنَّهٗ هُوَ اَغْنٰى وَاَقْنٰىۙ ٤٨
- wa-annahu
- وَأَنَّهُۥ
- और बेशक वो
- huwa
- هُوَ
- वो ही है
- aghnā
- أَغْنَىٰ
- जिसने ग़नी किया
- wa-aqnā
- وَأَقْنَىٰ
- और उसने मालदार बनाया
और यह कि वही है जिसने धनी और पूँजीपति बनाया; ([५३] अन-नज्म: 48)Tafseer (तफ़सीर )
४९
وَاَنَّهٗ هُوَ رَبُّ الشِّعْرٰىۙ ٤٩
- wa-annahu
- وَأَنَّهُۥ
- और बेशक वो
- huwa
- هُوَ
- वो ही है
- rabbu
- رَبُّ
- रब
- l-shiʿ'rā
- ٱلشِّعْرَىٰ
- शिअरा (सितारे) का
और यह कि वही है जो शेअरा (नामक तारे) का रब है ([५३] अन-नज्म: 49)Tafseer (तफ़सीर )
५०
وَاَنَّهٗٓ اَهْلَكَ عَادًا ۨالْاُوْلٰىۙ ٥٠
- wa-annahu
- وَأَنَّهُۥٓ
- और बेशक वो ही है
- ahlaka
- أَهْلَكَ
- जिसने हलाक किया
- ʿādan
- عَادًا
- आदे
- l-ūlā
- ٱلْأُولَىٰ
- ऊला को
और यह कि वही है उसी ने प्राचीन आद को विनष्ट किया; ([५३] अन-नज्म: 50)Tafseer (तफ़सीर )