११
مَا كَذَبَ الْفُؤَادُ مَا رَاٰى ١١
- mā
- مَا
- नहीं
- kadhaba
- كَذَبَ
- झूठ बोला
- l-fuādu
- ٱلْفُؤَادُ
- दिल ने
- mā
- مَا
- जो कुछ
- raā
- رَأَىٰٓ
- उसने देखा
दिल ने कोई धोखा नहीं दिया, जो कुछ उसने देखा; ([५३] अन-नज्म: 11)Tafseer (तफ़सीर )
१२
اَفَتُمٰرُوْنَهٗ عَلٰى مَا يَرٰى ١٢
- afatumārūnahu
- أَفَتُمَٰرُونَهُۥ
- क्या फिर तुम झगड़ते हो उससे
- ʿalā
- عَلَىٰ
- ऊपर उसके जो
- mā
- مَا
- ऊपर उसके जो
- yarā
- يَرَىٰ
- वो देखता है
अब क्या तुम उस चीज़ पर झगड़ते हो, जिसे वह देख रहा है? - ([५३] अन-नज्म: 12)Tafseer (तफ़सीर )
१३
وَلَقَدْ رَاٰهُ نَزْلَةً اُخْرٰىۙ ١٣
- walaqad
- وَلَقَدْ
- और अलबत्ता तहक़ीक़
- raāhu
- رَءَاهُ
- उसने देखा उसे
- nazlatan
- نَزْلَةً
- एक बार उतरते
- ukh'rā
- أُخْرَىٰ
- और भी
और निश्चय ही वह उसे एक बार और ([५३] अन-नज्म: 13)Tafseer (तफ़सीर )
१४
عِنْدَ سِدْرَةِ الْمُنْتَهٰى ١٤
- ʿinda
- عِندَ
- पास
- sid'rati
- سِدْرَةِ
- सिदरतुल मुन्तहा के
- l-muntahā
- ٱلْمُنتَهَىٰ
- सिदरतुल मुन्तहा के
'सिदरतुल मुन्तहा' (परली सीमा के बेर) के पास उतरते देख चुका है ([५३] अन-नज्म: 14)Tafseer (तफ़सीर )
१५
عِنْدَهَا جَنَّةُ الْمَأْوٰىۗ ١٥
- ʿindahā
- عِندَهَا
- उसी के पास है
- jannatu
- جَنَّةُ
- जन्नतुल मावा
- l-mawā
- ٱلْمَأْوَىٰٓ
- जन्नतुल मावा
उसी के निकट 'जन्नतुल मावा' (ठिकानेवाली जन्नत) है। - ([५३] अन-नज्म: 15)Tafseer (तफ़सीर )
१६
اِذْ يَغْشَى السِّدْرَةَ مَا يَغْشٰىۙ ١٦
- idh
- إِذْ
- जब
- yaghshā
- يَغْشَى
- छा रहा था
- l-sid'rata
- ٱلسِّدْرَةَ
- बेरी के दरख़्त पर
- mā
- مَا
- जो कुछ
- yaghshā
- يَغْشَىٰ
- छा रहा था
जबकि छा रहा था उस बेर पर, जो कुछ छा रहा था ([५३] अन-नज्म: 16)Tafseer (तफ़सीर )
१७
مَا زَاغَ الْبَصَرُ وَمَا طَغٰى ١٧
- mā
- مَا
- ना
- zāgha
- زَاغَ
- कजी की
- l-baṣaru
- ٱلْبَصَرُ
- निगाह ने
- wamā
- وَمَا
- और ना
- ṭaghā
- طَغَىٰ
- वो हद से बढ़ी
निगाह न तो टेढ़ी हुइ और न हद से आगे बढ़ी ([५३] अन-नज्म: 17)Tafseer (तफ़सीर )
१८
لَقَدْ رَاٰى مِنْ اٰيٰتِ رَبِّهِ الْكُبْرٰى ١٨
- laqad
- لَقَدْ
- अलबत्ता तहक़ीक़
- raā
- رَأَىٰ
- उसने देखीं
- min
- مِنْ
- निशानियाँ
- āyāti
- ءَايَٰتِ
- निशानियाँ
- rabbihi
- رَبِّهِ
- अपने रब की
- l-kub'rā
- ٱلْكُبْرَىٰٓ
- बड़ी-बड़ी
निश्चय ही उसने अपने रब की बड़ी-बड़ी निशानियाँ देखीं ([५३] अन-नज्म: 18)Tafseer (तफ़सीर )
१९
اَفَرَءَيْتُمُ اللّٰتَ وَالْعُزّٰى ١٩
- afara-aytumu
- أَفَرَءَيْتُمُ
- क्या फिर देखा तुमने
- l-lāta
- ٱللَّٰتَ
- लात
- wal-ʿuzā
- وَٱلْعُزَّىٰ
- और उज़्ज़ा को
तो क्या तुमने लात और उज़्ज़ा ([५३] अन-नज्म: 19)Tafseer (तफ़सीर )
२०
وَمَنٰوةَ الثَّالِثَةَ الْاُخْرٰى ٢٠
- wamanata
- وَمَنَوٰةَ
- और मनात
- l-thālithata
- ٱلثَّالِثَةَ
- तीसरी
- l-ukh'rā
- ٱلْأُخْرَىٰٓ
- एक और को
और तीसरी एक और (देवी) मनात पर विचार किया? ([५३] अन-नज्म: 20)Tafseer (तफ़सीर )