१
وَالذّٰرِيٰتِ ذَرْوًاۙ ١
- wal-dhāriyāti
- وَٱلذَّٰرِيَٰتِ
- क़सम है उन हवाओं की जो बिखेरने वाली हैं
- dharwan
- ذَرْوًا
- उड़ा कर
गवाह है (हवाएँ) जो गर्द-ग़ुबार उड़ाती फिरती है; ([५१] अज़-ज़ारियात: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
فَالْحٰمِلٰتِ وِقْرًاۙ ٢
- fal-ḥāmilāti
- فَٱلْحَٰمِلَٰتِ
- फिर उठाने वालियां हैं
- wiq'ran
- وِقْرًا
- बोझ को
फिर बोझ उठाती है; ([५१] अज़-ज़ारियात: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
فَالْجٰرِيٰتِ يُسْرًاۙ ٣
- fal-jāriyāti
- فَٱلْجَٰرِيَٰتِ
- फिर चलने वालियां हैं
- yus'ran
- يُسْرًا
- आसानी से
फिर नरमी से चलती है; ([५१] अज़-ज़ारियात: 3)Tafseer (तफ़सीर )
४
فَالْمُقَسِّمٰتِ اَمْرًاۙ ٤
- fal-muqasimāti
- فَٱلْمُقَسِّمَٰتِ
- फिर तक़्सीम करने वालियां हैं
- amran
- أَمْرًا
- काम को
फिर मामले को अलग-अलग करती है; ([५१] अज़-ज़ारियात: 4)Tafseer (तफ़सीर )
५
اِنَّمَا تُوْعَدُوْنَ لَصَادِقٌۙ ٥
- innamā
- إِنَّمَا
- बेशक जो
- tūʿadūna
- تُوعَدُونَ
- तुम वादा किए जाते हो
- laṣādiqun
- لَصَادِقٌ
- अलबत्ता सच्चा है
निश्चय ही तुमसे जिस चीज़ का वादा किया जाता है, वह सत्य है; ([५१] अज़-ज़ारियात: 5)Tafseer (तफ़सीर )
६
وَّاِنَّ الدِّيْنَ لَوَاقِعٌۗ ٦
- wa-inna
- وَإِنَّ
- और बेशक
- l-dīna
- ٱلدِّينَ
- बदले(का दिन)
- lawāqiʿun
- لَوَٰقِعٌ
- अलबत्ता वाक़ेअ होने वाला है
और (कर्मों का) बदला अवश्य सामने आकर रहेगा ([५१] अज़-ज़ारियात: 6)Tafseer (तफ़सीर )
७
وَالسَّمَاۤءِ ذَاتِ الْحُبُكِۙ ٧
- wal-samāi
- وَٱلسَّمَآءِ
- क़सम है आसमान की
- dhāti
- ذَاتِ
- रास्तों वाले
- l-ḥubuki
- ٱلْحُبُكِ
- रास्तों वाले
गवाह है धारियोंवाला आकाश। ([५१] अज़-ज़ारियात: 7)Tafseer (तफ़सीर )
८
اِنَّكُمْ لَفِيْ قَوْلٍ مُّخْتَلِفٍۙ ٨
- innakum
- إِنَّكُمْ
- बेशक तुम
- lafī
- لَفِى
- अलबत्ता एक बात में हो
- qawlin
- قَوْلٍ
- अलबत्ता एक बात में हो
- mukh'talifin
- مُّخْتَلِفٍ
- मुख़्तलिफ़
निश्चय ही तुम उस बात में पड़े हुए हो जिनमें कथन भिन्न-भिन्न है ([५१] अज़-ज़ारियात: 8)Tafseer (तफ़सीर )
९
يُّؤْفَكُ عَنْهُ مَنْ اُفِكَۗ ٩
- yu'faku
- يُؤْفَكُ
- फेरा जाता है
- ʿanhu
- عَنْهُ
- उससे
- man
- مَنْ
- जो
- ufika
- أُفِكَ
- फेरा गया
इसमें कोई सरफिरा ही विमुख होता है ([५१] अज़-ज़ारियात: 9)Tafseer (तफ़सीर )
१०
قُتِلَ الْخَرَّاصُوْنَۙ ١٠
- qutila
- قُتِلَ
- मारे गए
- l-kharāṣūna
- ٱلْخَرَّٰصُونَ
- अंदाज़े लगाने वाले
मारे जाएँ अटकल दौड़ानेवाले; ([५१] अज़-ज़ारियात: 10)Tafseer (तफ़सीर )