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पवित्र कुरान सूरा अल-माइदा आयत ९९

Qur'an Surah Al-Ma'idah Verse 99

अल-माइदा [५]: ९९ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर

مَا عَلَى الرَّسُوْلِ اِلَّا الْبَلٰغُ ۗوَاللّٰهُ يَعْلَمُ مَا تُبْدُوْنَ وَمَا تَكْتُمُوْنَ (المائدة : ٥)

مَّا
Not
नहीं है
ʿalā
عَلَى
on
रसूल पर
l-rasūli
ٱلرَّسُولِ
the Messenger
रसूल पर
illā
إِلَّا
except
मगर
l-balāghu
ٱلْبَلَٰغُۗ
the conveyance
पहुँचा देना
wal-lahu
وَٱللَّهُ
And Allah
और अल्लाह
yaʿlamu
يَعْلَمُ
knows
जानता है
مَا
what
जो
tub'dūna
تُبْدُونَ
you reveal
तुम ज़ाहिर करते हो
wamā
وَمَا
and what
और जो
taktumūna
تَكْتُمُونَ
you conceal
तुम छुपाते हो

Transliteration:

Maa 'alar Rasooli illal balaagh; wallaahu ya'lamu maa tubdoona wa maa taktumoon (QS. al-Māʾidah:99)

English Sahih International:

Not upon the Messenger is [responsibility] except [for] notification. And Allah knows whatever you reveal and whatever you conceal. (QS. Al-Ma'idah, Ayah ९९)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

रसूल पर (सन्देश) पहुँचा देने के अतिरिक्त और कोई ज़िम्मेदारी नहीं। अल्लाह तो जानता है, जो कुछ तुम प्रकट करते हो और जो कुछ तुम छिपाते हो (अल-माइदा, आयत ९९)

Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(हमारे) रसूल पर पैग़ाम पहुँचा देने के सिवा (और) कुछ (फर्ज़) नहीं और जो कुछ तुम ज़ाहिर बा ज़ाहिर करते हो और जो कुछ तुम छुपा कर करते हो ख़ुदा सब जानता है

Azizul-Haqq Al-Umary

अल्लाह के रसूल का दायित्व इसके सिवा कुछ नहीं कि उपदेश पहुँचा दे और अल्लाह जो तुम बोलते और जो मन में रखते हो, सब जानता है।