पवित्र कुरान सूरा अन-निसा आयत ७८
Qur'an Surah An-Nisa Verse 78
अन-निसा [४]: ७८ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर
اَيْنَمَا تَكُوْنُوْا يُدْرِكْكُّمُ الْمَوْتُ وَلَوْ كُنْتُمْ فِيْ بُرُوْجٍ مُّشَيَّدَةٍ ۗ وَاِنْ تُصِبْهُمْ حَسَنَةٌ يَّقُوْلُوْا هٰذِهٖ مِنْ عِنْدِ اللّٰهِ ۚ وَاِنْ تُصِبْهُمْ سَيِّئَةٌ يَّقُوْلُوْا هٰذِهٖ مِنْ عِنْدِكَ ۗ قُلْ كُلٌّ مِّنْ عِنْدِ اللّٰهِ ۗ فَمَالِ هٰٓؤُلَاۤءِ الْقَوْمِ لَا يَكَادُوْنَ يَفْقَهُوْنَ حَدِيْثًا (النساء : ٤)
- aynamā
- أَيْنَمَا
- Wherever
- जहाँ कहीं
- takūnū
- تَكُونُوا۟
- you be
- तुम होगे
- yud'rikkumu
- يُدْرِككُّمُ
- will overtake you
- पा लेगी तुम्हें
- l-mawtu
- ٱلْمَوْتُ
- [the] death
- मौत
- walaw
- وَلَوْ
- even if
- और अगरचे
- kuntum
- كُنتُمْ
- you are
- हो तुम
- fī
- فِى
- in
- क़िलों में
- burūjin
- بُرُوجٍ
- towers
- क़िलों में
- mushayyadatin
- مُّشَيَّدَةٍۗ
- lofty
- मज़बूत
- wa-in
- وَإِن
- And if
- और अगर
- tuṣib'hum
- تُصِبْهُمْ
- befalls them
- पहुँचती है उन्हें
- ḥasanatun
- حَسَنَةٌ
- any good
- कोई भलाई
- yaqūlū
- يَقُولُوا۟
- they say
- वो कहते हैं
- hādhihi
- هَٰذِهِۦ
- "This
- ये
- min
- مِنْ
- (is)
- अल्लाह की तरफ़ से है
- ʿindi
- عِندِ
- from
- अल्लाह की तरफ़ से है
- l-lahi
- ٱللَّهِۖ
- Allah"
- अल्लाह की तरफ़ से है
- wa-in
- وَإِن
- And if
- और अगर
- tuṣib'hum
- تُصِبْهُمْ
- befalls them
- पहुँचती है उन्हें
- sayyi-atun
- سَيِّئَةٌ
- any evil
- कोई बुराई
- yaqūlū
- يَقُولُوا۟
- they say
- वो कहते हैं
- hādhihi
- هَٰذِهِۦ
- "This
- ये
- min
- مِنْ
- (is) from
- आपकी तरफ़ से है
- ʿindika
- عِندِكَۚ
- you"
- आपकी तरफ़ से है
- qul
- قُلْ
- Say
- कह दीजिए
- kullun
- كُلٌّ
- "All
- सब कुछ
- min
- مِّنْ
- (is)"
- अल्लाह की तरफ़ से है
- ʿindi
- عِندِ
- from"
- अल्लाह की तरफ़ से है
- l-lahi
- ٱللَّهِۖ
- Allah"
- अल्लाह की तरफ़ से है
- famāli
- فَمَالِ
- So what (is wrong)
- तो क्या है वास्ते
- hāulāi
- هَٰٓؤُلَآءِ
- (with) these
- उस
- l-qawmi
- ٱلْقَوْمِ
- [the] people
- क़ौम के
- lā
- لَا
- not
- नहीं वो क़रीब होते
- yakādūna
- يَكَادُونَ
- do they seem
- नहीं वो क़रीब होते
- yafqahūna
- يَفْقَهُونَ
- (to) understand
- कि वो समझें
- ḥadīthan
- حَدِيثًا
- any statement
- बात को
Transliteration:
Ainamaa takoonoo yudrikkumul mawtu wa law kuntum fee buroojim mushai yadah; wa in tusibhum hasanatuny yaqooloo haazihee min indil laahi wa in tusibhum saiyi'atuny yaqooloo haazihee min 'indik; qul kullum min 'indillaahi famaa lihaaa 'ulaaa'il qawmi laa yakkaadoona yafqahoona hadeesaa(QS. an-Nisāʾ:78)
English Sahih International:
Wherever you may be, death will overtake you, even if you should be within towers of lofty construction. But if good comes to them, they say, "This is from Allah"; and if evil befalls them, they say, "This is from you." Say, "All [things] are from Allah." So what is [the matter] with those people that they can hardly understand any statement? (QS. An-Nisa, Ayah ७८)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
'तुम जहाँ कहीं भी होंगे, मृत्यु तो तुम्हें आकर रहेगी; चाहे तुम मज़बूत बुर्जों (क़िलों) में ही (क्यों न) हो।' यदि उन्हें कोई अच्छी हालत पेश आती है तो कहते है, 'यह तो अल्लाह के पास से है।' परन्तु यदि उन्हें कोई बुरी हालत पेश आती है तो कहते है, 'यह तुम्हारे कारण है।' कह दो, 'हरेक चीज़ अल्लाह के पास से है।' आख़िर इन लोगों को क्या हो गया कि ये ऐसे नहीं लगते कि कोई बात समझ सकें? (अन-निसा, आयत ७८)
Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
और वहां रेशा (बाल) बराबर भी तुम लोगों पर जुल्म नहीं किया जाएगा तुम चाहे जहॉ हो मौत तो तुमको ले डालेगी अगरचे तुम कैसे ही मज़बूत पक्के गुम्बदों में जा छुपो और उनको अगर कोई भलाई पहुंचती है तो कहने लगते हैं कि ये ख़ुदा की तरफ़ से है और अगर उनको कोई तकलीफ़ पहुंचती है तो (शरारत से) कहने लगते हैं कि (ऐ रसूल) ये तुम्हारी बदौलत है (ऐ रसूल) तुम कह दो कि सब ख़ुदा की तरफ़ से है पस उन लोगों को क्या हो गया है कि र्कोई बात ही नहीं समझते
Azizul-Haqq Al-Umary
तुम जहाँ भी रहो, तुम्हें मौत आ पकड़ेगी, यद्यपि दृढ़ दुर्गों में क्यों न रहो। तथा उन्हें यदि कोई सुख पहुँचता है, तो कहते हैं कि ये अल्लाह की ओर से है और यदि कोई आपदा आ पड़े, तो कहते हैं कि ये आपके कारण है। (हे नबी!) उनसे कह दो कि सब अल्लाह की ओर से है। इन लोगों को क्या हो गया कि कोई बात समझने के समीप भी नहीं[1] होते?