पवित्र कुरान सूरा अन-निसा आयत २८
Qur'an Surah An-Nisa Verse 28
अन-निसा [४]: २८ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर
يُرِيْدُ اللّٰهُ اَنْ يُّخَفِّفَ عَنْكُمْ ۚ وَخُلِقَ الْاِنْسَانُ ضَعِيْفًا (النساء : ٤)
- yurīdu
- يُرِيدُ
- Wishes
- चाहता है
- l-lahu
- ٱللَّهُ
- Allah
- अल्लाह
- an
- أَن
- to
- कि
- yukhaffifa
- يُخَفِّفَ
- lighten
- वो हल्का कर दे
- ʿankum
- عَنكُمْۚ
- for you
- तुम से
- wakhuliqa
- وَخُلِقَ
- and was created
- और पैदा किया गया है
- l-insānu
- ٱلْإِنسَٰنُ
- the mankind
- इन्सान
- ḍaʿīfan
- ضَعِيفًا
- weak
- कमज़ोर
Transliteration:
Yureedul laahu ai yukhaffifa 'ankum; wa khuliqal insaanu da'eefaa(QS. an-Nisāʾ:28)
English Sahih International:
And Allah wants to lighten for you [your difficulties]; and mankind was created weak. (QS. An-Nisa, Ayah २८)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अल्लाह चाहता है कि तुमपर से बोझ हलका कर दे, क्योंकि इनसान निर्बल पैदा किया गया है (अन-निसा, आयत २८)
Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
करे और जो लोग नफ़सियानी ख्वाहिश के पीछे पडे हैं वह ये चाहते हैं कि तुम लोग (राहे हक़ से) बहुत दूर हट जाओ और ख़ुदा चाहता है कि तुमसे बार में तख़फ़ीफ़ कर दें क्योंकि आदमी तो बहुत कमज़ोर पैदा किया गया है
Azizul-Haqq Al-Umary
अल्लाह तुम्हारा (बोझ) हल्का करना[1] चाहता है तथा मानव निर्बल पैदा किया गया है।