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सूरा अन-निसा - Page: 18

An-Nisa

(औरत)

१७१

يٰٓاَهْلَ الْكِتٰبِ لَا تَغْلُوْا فِيْ دِيْنِكُمْ وَلَا تَقُوْلُوْا عَلَى اللّٰهِ اِلَّا الْحَقَّۗ اِنَّمَا الْمَسِيْحُ عِيْسَى ابْنُ مَرْيَمَ رَسُوْلُ اللّٰهِ وَكَلِمَتُهٗ ۚ اَلْقٰهَآ اِلٰى مَرْيَمَ وَرُوْحٌ مِّنْهُ ۖفَاٰمِنُوْا بِاللّٰهِ وَرُسُلِهٖۗ وَلَا تَقُوْلُوْا ثَلٰثَةٌ ۗاِنْتَهُوْا خَيْرًا لَّكُمْ ۗ اِنَّمَا اللّٰهُ اِلٰهٌ وَّاحِدٌ ۗ سُبْحٰنَهٗٓ اَنْ يَّكُوْنَ لَهٗ وَلَدٌ ۘ لَهٗ مَا فِى السَّمٰوٰتِ وَمَا فِى الْاَرْضِۗ وَكَفٰى بِاللّٰهِ وَكِيْلًا ࣖ ١٧١

yāahla
يَٰٓأَهْلَ
ऐ अहले किताब
l-kitābi
ٱلْكِتَٰبِ
ऐ अहले किताब
لَا
ना तुम ग़ुलुव करो
taghlū
تَغْلُوا۟
ना तुम ग़ुलुव करो
فِى
अपने दीन में
dīnikum
دِينِكُمْ
अपने दीन में
walā
وَلَا
और ना
taqūlū
تَقُولُوا۟
तुम कहो
ʿalā
عَلَى
अल्लाह पर
l-lahi
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
illā
إِلَّا
मगर
l-ḥaqa
ٱلْحَقَّۚ
हक़
innamā
إِنَّمَا
बेशक
l-masīḥu
ٱلْمَسِيحُ
मसीह
ʿīsā
عِيسَى
ईसा इब्ने मरियम
ub'nu
ٱبْنُ
ईसा इब्ने मरियम
maryama
مَرْيَمَ
ईसा इब्ने मरियम
rasūlu
رَسُولُ
रसूल है
l-lahi
ٱللَّهِ
अल्लाह का
wakalimatuhu
وَكَلِمَتُهُۥٓ
और कलमा उसका
alqāhā
أَلْقَىٰهَآ
उसने डाला था उसको
ilā
إِلَىٰ
तरफ़
maryama
مَرْيَمَ
मरियम के
warūḥun
وَرُوحٌ
और रूह
min'hu
مِّنْهُۖ
उसकी तरफ़ से
faāminū
فَـَٔامِنُوا۟
तो ईमान लाओ तुम
bil-lahi
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
warusulihi
وَرُسُلِهِۦۖ
और उसके रसूलों पर
walā
وَلَا
और ना
taqūlū
تَقُولُوا۟
तुम कहो
thalāthatun
ثَلَٰثَةٌۚ
तीन हैं
intahū
ٱنتَهُوا۟
बाज़ आ जाओ
khayran
خَيْرًا
बेहतर है
lakum
لَّكُمْۚ
तुम्हारे लिए
innamā
إِنَّمَا
बेशक
l-lahu
ٱللَّهُ
अल्लाह
ilāhun
إِلَٰهٌ
इलाह है
wāḥidun
وَٰحِدٌۖ
एक ही
sub'ḥānahu
سُبْحَٰنَهُۥٓ
पाक है वो
an
أَن
कि
yakūna
يَكُونَ
हो
lahu
لَهُۥ
उसके लिए
waladun
وَلَدٌۘ
कोई औलाद
lahu
لَّهُۥ
उसी के लिए है
مَا
जो कुछ
فِى
आसमानों में है
l-samāwāti
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
wamā
وَمَا
और जो कुछ
فِى
ज़मीन में है
l-arḍi
ٱلْأَرْضِۗ
ज़मीन में है
wakafā
وَكَفَىٰ
और काफ़ी है
bil-lahi
بِٱللَّهِ
अल्लाह
wakīlan
وَكِيلًا
कारसाज़
ऐ किताबवालों! अपने धर्म में हद से आगे न बढ़ो और अल्लाह से जोड़कर सत्य के अतिरिक्त कोई बात न कहो। मरयम का बेटा मसीह-ईसा इसके अतिरिक्त कुछ नहीं कि अल्लाह का रसूल है और उसका एक 'कलिमा' है, जिसे उसने मरमय की ओर भेजा था। और उसकी ओर से एक रूह है। तो तुम अल्लाह पर और उसके रसूलों पर ईमान लाओ और 'तीन' न कहो - बाज़ आ जाओ! यह तुम्हारे लिए अच्छा है - अल्लाह तो केवल अकेला पूज्य है। यह उसकी महानता के प्रतिकूल है कि उसका कोई बेटा हो। आकाशों और धरती में जो कुछ है, उसी का है। और अल्लाह कार्यसाधक की हैसियत से काफ़ी है ([४] अन-निसा: 171)
Tafseer (तफ़सीर )
१७२

لَنْ يَّسْتَنْكِفَ الْمَسِيْحُ اَنْ يَّكُوْنَ عَبْدًا لِّلّٰهِ وَلَا الْمَلٰۤىِٕكَةُ الْمُقَرَّبُوْنَۗ وَمَنْ يَّسْتَنْكِفْ عَنْ عِبَادَتِهٖ وَيَسْتَكْبِرْ فَسَيَحْشُرُهُمْ اِلَيْهِ جَمِيْعًا ١٧٢

lan
لَّن
हरगिज़ नहीं
yastankifa
يَسْتَنكِفَ
आर महसूस करेगा
l-masīḥu
ٱلْمَسِيحُ
मसीह
an
أَن
कि
yakūna
يَكُونَ
हो वो
ʿabdan
عَبْدًا
बन्दा
lillahi
لِّلَّهِ
अल्लाह का
walā
وَلَا
और ना
l-malāikatu
ٱلْمَلَٰٓئِكَةُ
फ़रिश्ते
l-muqarabūna
ٱلْمُقَرَّبُونَۚ
मुक़र्रब
waman
وَمَن
और जो कोई
yastankif
يَسْتَنكِفْ
आर महसूस करे
ʿan
عَنْ
उसकी इबादत से
ʿibādatihi
عِبَادَتِهِۦ
उसकी इबादत से
wayastakbir
وَيَسْتَكْبِرْ
और तकब्बुर करे
fasayaḥshuruhum
فَسَيَحْشُرُهُمْ
पस अनक़रीब वो इकट्ठा करेगा उन्हें
ilayhi
إِلَيْهِ
अपनी तरफ़
jamīʿan
جَمِيعًا
सबके सबको
मसीह ने कदापि अपने लिए बुरा नहीं समझा कि वह अल्लाह का बन्दा हो और न निकटवर्ती फ़रिश्तों ने ही (इसे बुरा समझा) । और जो कोई अल्लाह की बन्दगी को अपने लिए बुरा समझेगा और घमंड करेगा, तो वह (अल्लाह) उन सभी लोगों को अपने पास इकट्ठा करके रहेगा ([४] अन-निसा: 172)
Tafseer (तफ़सीर )
१७३

فَاَمَّا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ فَيُوَفِّيْهِمْ اُجُوْرَهُمْ وَيَزِيْدُهُمْ مِّنْ فَضْلِهٖۚ وَاَمَّا الَّذِيْنَ اسْتَنْكَفُوْا وَاسْتَكْبَرُوْا فَيُعَذِّبُهُمْ عَذَابًا اَلِيْمًاۙ وَّلَا يَجِدُوْنَ لَهُمْ مِّنْ دُوْنِ اللّٰهِ وَلِيًّا وَّلَا نَصِيْرًا ١٧٣

fa-ammā
فَأَمَّا
तो रहे
alladhīna
ٱلَّذِينَ
वो जो
āmanū
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
waʿamilū
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
l-ṣāliḥāti
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
fayuwaffīhim
فَيُوَفِّيهِمْ
पस वो पूरे-पूरे देगा उन्हें
ujūrahum
أُجُورَهُمْ
अजर उनके
wayazīduhum
وَيَزِيدُهُم
और वो ज़्यादा देगा उन्हें
min
مِّن
अपने फ़ज़ल से
faḍlihi
فَضْلِهِۦۖ
अपने फ़ज़ल से
wa-ammā
وَأَمَّا
और रहे
alladhīna
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
is'tankafū
ٱسْتَنكَفُوا۟
आर महसूस की
wa-is'takbarū
وَٱسْتَكْبَرُوا۟
और उन्होंने तकब्बुर किया
fayuʿadhibuhum
فَيُعَذِّبُهُمْ
तो वो अज़ाब देगा उन्हें
ʿadhāban
عَذَابًا
अज़ाब
alīman
أَلِيمًا
दर्दनाक
walā
وَلَا
और नहीं
yajidūna
يَجِدُونَ
वो पाऐंगे
lahum
لَهُم
अपने लिए
min
مِّن
सिवाय
dūni
دُونِ
सिवाय
l-lahi
ٱللَّهِ
अल्लाह के
waliyyan
وَلِيًّا
कोई हिमायती
walā
وَلَا
और ना
naṣīran
نَصِيرًا
कोई मददगार
अतः जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए, जो अल्लाह उन्हें उनका पूरा-पूरा बदला देगा और अपने उदार अनुग्रह से उन्हें और अधिक प्रदान करेगा। और जिन लोगों ने बन्दगी को बुरा समझा और घमंड किया, तो उन्हें वह दुखद यातना देगा। और वे अल्लाह से बच सकने के लिए न अपना कोई निकट का समर्थक पाएँगे और न ही कोई सहायक ([४] अन-निसा: 173)
Tafseer (तफ़सीर )
१७४

يٰٓاَيُّهَا النَّاسُ قَدْ جَاۤءَكُمْ بُرْهَانٌ مِّنْ رَّبِّكُمْ وَاَنْزَلْنَآ اِلَيْكُمْ نُوْرًا مُّبِيْنًا ١٧٤

yāayyuhā
يَٰٓأَيُّهَا
l-nāsu
ٱلنَّاسُ
लोगो
qad
قَدْ
तहक़ीक़
jāakum
جَآءَكُم
आ चुकी तुम्हारे पास
bur'hānun
بُرْهَٰنٌ
एक दलील
min
مِّن
तुम्हारे रब की तरफ़ से
rabbikum
رَّبِّكُمْ
तुम्हारे रब की तरफ़ से
wa-anzalnā
وَأَنزَلْنَآ
और नाज़िल किया हमने
ilaykum
إِلَيْكُمْ
तरफ़ तुम्हारे
nūran
نُورًا
एक नूर
mubīnan
مُّبِينًا
वाज़ेह
ऐ लोगों! तुम्हारे पास तुम्हारे रब की ओर से खुला प्रमाण आ चुका है और हमने तुम्हारी ओर एक स्पष्ट प्रकाश उतारा है ([४] अन-निसा: 174)
Tafseer (तफ़सीर )
१७५

فَاَمَّا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا بِاللّٰهِ وَاعْتَصَمُوْا بِهٖ فَسَيُدْخِلُهُمْ فِيْ رَحْمَةٍ مِّنْهُ وَفَضْلٍۙ وَّيَهْدِيْهِمْ اِلَيْهِ صِرَاطًا مُّسْتَقِيْمًاۗ ١٧٥

fa-ammā
فَأَمَّا
तो रहे
alladhīna
ٱلَّذِينَ
वो जो
āmanū
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
bil-lahi
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
wa-iʿ'taṣamū
وَٱعْتَصَمُوا۟
और उन्होंने मज़बूत पकड़ा
bihi
بِهِۦ
उसे
fasayud'khiluhum
فَسَيُدْخِلُهُمْ
तो अनक़रीब वो दाख़िल करेगा उन्हें
فِى
रहमत में
raḥmatin
رَحْمَةٍ
रहमत में
min'hu
مِّنْهُ
अपनी तरफ़ से
wafaḍlin
وَفَضْلٍ
और फ़ज़ल में
wayahdīhim
وَيَهْدِيهِمْ
और रहनुमाई करेगा उनकी
ilayhi
إِلَيْهِ
अपनी तरफ़
ṣirāṭan
صِرَٰطًا
रास्ते
mus'taqīman
مُّسْتَقِيمًا
सीधे की
तो रहे वे लोग जो अल्लाह पर ईमान लाए और उसे मज़बूती के साथ पकड़े रहे, उन्हें तो शीघ्र ही अपनी दयालुता और अपने उदार अनुग्रह के क्षेत्र में दाख़िल करेगा और उन्हें अपनी ओर का सीधा मार्ग दिया देगा ([४] अन-निसा: 175)
Tafseer (तफ़सीर )
१७६

يَسْتَفْتُوْنَكَۗ قُلِ اللّٰهُ يُفْتِيْكُمْ فِى الْكَلٰلَةِ ۗاِنِ امْرُؤٌا هَلَكَ لَيْسَ لَهٗ وَلَدٌ وَّلَهٗٓ اُخْتٌ فَلَهَا نِصْفُ مَا تَرَكَۚ وَهُوَ يَرِثُهَآ اِنْ لَّمْ يَكُنْ لَّهَا وَلَدٌ ۚ فَاِنْ كَانَتَا اثْنَتَيْنِ فَلَهُمَا الثُّلُثٰنِ مِمَّا تَرَكَ ۗوَاِنْ كَانُوْٓا اِخْوَةً رِّجَالًا وَّنِسَاۤءً فَلِلذَّكَرِ مِثْلُ حَظِّ الْاُنْثَيَيْنِۗ يُبَيِّنُ اللّٰهُ لَكُمْ اَنْ تَضِلُّوْا ۗ وَاللّٰهُ بِكُلِّ شَيْءٍ عَلِيْمٌ ࣖ ١٧٦

yastaftūnaka
يَسْتَفْتُونَكَ
वो फ़तवा पूछते हैं आपसे
quli
قُلِ
कह दीजिए
l-lahu
ٱللَّهُ
अल्लाह
yuf'tīkum
يُفْتِيكُمْ
वो फ़तवा देता है तुम्हें
فِى
कलाला के बारे में
l-kalālati
ٱلْكَلَٰلَةِۚ
कलाला के बारे में
ini
إِنِ
अगर
im'ru-on
ٱمْرُؤٌا۟
कोई मर्द
halaka
هَلَكَ
हलाक हो जाए
laysa
لَيْسَ
ना हो
lahu
لَهُۥ
उसकी
waladun
وَلَدٌ
कोई औलाद
walahu
وَلَهُۥٓ
और हो उसकी
ukh'tun
أُخْتٌ
एक बहन
falahā
فَلَهَا
तो उसके लिए
niṣ'fu
نِصْفُ
आधा है
مَا
उसका जो
taraka
تَرَكَۚ
उसने छोड़ा
wahuwa
وَهُوَ
और वो ख़ुद
yarithuhā
يَرِثُهَآ
वारिस होगा उसका
in
إِن
अगर
lam
لَّمْ
ना
yakun
يَكُن
हो
lahā
لَّهَا
उस (बहन) की
waladun
وَلَدٌۚ
कोई औलाद
fa-in
فَإِن
फिर अगर
kānatā
كَانَتَا
हों वो दोनों
ith'natayni
ٱثْنَتَيْنِ
दो बहनें
falahumā
فَلَهُمَا
तो उन दोनों के लिए
l-thuluthāni
ٱلثُّلُثَانِ
दो तिहाई है
mimmā
مِمَّا
उसमें से जो
taraka
تَرَكَۚ
उस (भाई) ने छोड़ा
wa-in
وَإِن
और अगर
kānū
كَانُوٓا۟
हों वो
ikh'watan
إِخْوَةً
कई बहन भाई
rijālan
رِّجَالًا
मर्द
wanisāan
وَنِسَآءً
और औरतें
falildhakari
فَلِلذَّكَرِ
तो मर्द के लिए
mith'lu
مِثْلُ
मानिन्द
ḥaẓẓi
حَظِّ
हिस्सा
l-unthayayni
ٱلْأُنثَيَيْنِۗ
दो औरतों के है
yubayyinu
يُبَيِّنُ
वाज़ेह करता है
l-lahu
ٱللَّهُ
अल्लाह
lakum
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
an
أَن
ताकि
taḍillū
تَضِلُّوا۟ۗ
तुम गुमराह (ना) हो जाओ
wal-lahu
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
bikulli
بِكُلِّ
हर
shayin
شَىْءٍ
चीज़ को
ʿalīmun
عَلِيمٌۢ
ख़ूब जानने वाला है
वे तुमसे आदेश मालूम करना चाहते है। कह दो, 'अल्लाह तुम्हें ऐसे व्यक्ति के विषय में, जिसका कोई वारिस न हो, आदेश देता है - यदि किसी पुरुष की मृत्यु हो जाए जिसकी कोई सन्तान न हो, परन्तु उसकी एक बहन हो, तो जो कुछ उसने छोड़ा है उसका आधा हिस्सा उस बहन का होगा। और भाई बहन का वारिस होगा, यदि उस (बहन) की कोई सन्तान न हो। और यदि (वारिस) दो बहनें हो, तो जो कुछ उसने छोड़ा है, उसमें से उनके लिए दो-तिहाई होगा। और यदि कई भाई-बहन (वारिस) हो तो एक पुरुष को हिस्सा दो स्त्रियों के बराबर होगा।' अल्लाह तुम्हारे लिए आदेशों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम न भटको। और अल्लाह को हर चीज का पूरा ज्ञान है ([४] अन-निसा: 176)
Tafseer (तफ़सीर )