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सूरा सबा - Page: 6

Saba

(सबा, [[शेबा (राणी)

५१

وَلَوْ تَرٰىٓ اِذْ فَزِعُوْا فَلَا فَوْتَ وَاُخِذُوْا مِنْ مَّكَانٍ قَرِيْبٍۙ ٥١

walaw
وَلَوْ
और काश
tarā
تَرَىٰٓ
आप देखते
idh
إِذْ
जब
faziʿū
فَزِعُوا۟
वो घबरा जाऐंगे
falā
فَلَا
तो ना
fawta
فَوْتَ
बचना होगा(उनके लिए)
wa-ukhidhū
وَأُخِذُوا۟
और पकड़ लिए जाऐंगे
min
مِن
जगह से
makānin
مَّكَانٍ
जगह से
qarībin
قَرِيبٍ
क़रीब की
और यदि तुम देख लेते जब वे घबराए हुए होंगे; फिर बचकर भाग न सकेंगे और निकट स्थान ही से पकड़ लिए जाएँगे ([३४] सबा: 51)
Tafseer (तफ़सीर )
५२

وَّقَالُوْٓا اٰمَنَّا بِهٖۚ وَاَنّٰى لَهُمُ التَّنَاوُشُ مِنْ مَّكَانٍۢ بَعِيْدٍۚ ٥٢

waqālū
وَقَالُوٓا۟
और वो कहेंगे
āmannā
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
bihi
بِهِۦ
उस पर
wa-annā
وَأَنَّىٰ
और कहाँ से होगा
lahumu
لَهُمُ
उनके लिए
l-tanāwushu
ٱلتَّنَاوُشُ
हासिल करना(ईमान का)
min
مِن
जगह से
makānin
مَّكَانٍۭ
जगह से
baʿīdin
بَعِيدٍ
दूर की
और कहेंगे, 'हम उसपर ईमान ले आए।' हालाँकि उनके लिए कहाँ सम्भव है कि इतने दूरस्थ स्थान से उसको पास सकें ([३४] सबा: 52)
Tafseer (तफ़सीर )
५३

وَقَدْ كَفَرُوْا بِهٖ مِنْ قَبْلُۚ وَيَقْذِفُوْنَ بِالْغَيْبِ مِنْ مَّكَانٍۢ بَعِيْدٍۚ ٥٣

waqad
وَقَدْ
और तहक़ीक़
kafarū
كَفَرُوا۟
उन्होंने इन्कार किया था
bihi
بِهِۦ
उसका
min
مِن
इससे पहले
qablu
قَبْلُۖ
इससे पहले
wayaqdhifūna
وَيَقْذِفُونَ
और वो फ़ेंकते रहे
bil-ghaybi
بِٱلْغَيْبِ
बिन देखे
min
مِن
जगह से
makānin
مَّكَانٍۭ
जगह से
baʿīdin
بَعِيدٍ
दूर की
इससे पहले तो उन्होंने उसका इनकार किया और दूरस्थ स्थान से बिन देखे तीर-तूक्के चलाते रहे ([३४] सबा: 53)
Tafseer (तफ़सीर )
५४

وَحِيْلَ بَيْنَهُمْ وَبَيْنَ مَا يَشْتَهُوْنَۙ كَمَا فُعِلَ بِاَشْيَاعِهِمْ مِّنْ قَبْلُۗ اِنَّهُمْ كَانُوْا فِيْ شَكٍّ مُّرِيْبٍ ࣖ ٥٤

waḥīla
وَحِيلَ
और रुकावट डाल दी जाएगी
baynahum
بَيْنَهُمْ
दर्मियान उनके
wabayna
وَبَيْنَ
और दर्मियान
مَا
उसके जो
yashtahūna
يَشْتَهُونَ
वो ख़्वाहिश करेंगे
kamā
كَمَا
जैसे
fuʿila
فُعِلَ
किया गया
bi-ashyāʿihim
بِأَشْيَاعِهِم
साथ उनके साथियों के
min
مِّن
इससे पहले
qablu
قَبْلُۚ
इससे पहले
innahum
إِنَّهُمْ
बेशक वो
kānū
كَانُوا۟
थे वो
فِى
एक शक में
shakkin
شَكٍّ
एक शक में
murībin
مُّرِيبٍۭ
बेचैन करने वाले
उनके और उनकी चाहतों के बीच रोक लगा दी जाएगी; जिस प्रकार इससे पहले उनके सहमार्गी लोगों के साथ मामला किया गया। निश्चय ही वे डाँवाडोल कर देनेवाले संदेह में पड़े रहे हैं ([३४] सबा: 54)
Tafseer (तफ़सीर )