اَلَمْ تَرَ اَنَّ الْفُلْكَ تَجْرِيْ فِى الْبَحْرِ بِنِعْمَتِ اللّٰهِ لِيُرِيَكُمْ مِّنْ اٰيٰتِهٖۗ اِنَّ فِيْ ذٰلِكَ لَاٰيٰتٍ لِّكُلِّ صَبَّارٍ شَكُوْرٍ ٣١
- alam
- أَلَمْ
- क्या नहीं
- tara
- تَرَ
- आपने देखा
- anna
- أَنَّ
- बेशक
- l-ful'ka
- ٱلْفُلْكَ
- कश्तियाँ
- tajrī
- تَجْرِى
- चलती हैं
- fī
- فِى
- समुन्दर में
- l-baḥri
- ٱلْبَحْرِ
- समुन्दर में
- biniʿ'mati
- بِنِعْمَتِ
- साथ नेअमत के
- l-lahi
- ٱللَّهِ
- अल्लाह की
- liyuriyakum
- لِيُرِيَكُم
- ताकि वो दिखाए तुम्हें
- min
- مِّنْ
- अपनी निशानियों में से
- āyātihi
- ءَايَٰتِهِۦٓۚ
- अपनी निशानियों में से
- inna
- إِنَّ
- यक़ीनन
- fī
- فِى
- उसमें
- dhālika
- ذَٰلِكَ
- उसमें
- laāyātin
- لَءَايَٰتٍ
- अलबत्ता निशानियाँ हैं
- likulli
- لِّكُلِّ
- वास्ते हर
- ṣabbārin
- صَبَّارٍ
- बहुत सब्र करने वाले
- shakūrin
- شَكُورٍ
- बहुत शुक्र गुज़ार के
क्या तुमने देखा नहीं कि नौका समुद्र में अल्लाह के अनुग्रह से चलती है, ताकि वह तुम्हें अपनी कुछ निशानियाँ दिखाए। निस्संदेह इसमें प्रत्येक धैर्यवान, कृतज्ञ के लिए निशानियाँ है ([३१] लुकमान: 31)Tafseer (तफ़सीर )
وَاِذَا غَشِيَهُمْ مَّوْجٌ كَالظُّلَلِ دَعَوُا اللّٰهَ مُخْلِصِيْنَ لَهُ الدِّيْنَ ەۚ فَلَمَّا نَجّٰىهُمْ اِلَى الْبَرِّ فَمِنْهُمْ مُّقْتَصِدٌۗ وَمَا يَجْحَدُ بِاٰيٰتِنَآ اِلَّا كُلُّ خَتَّارٍ كَفُوْرٍ ٣٢
- wa-idhā
- وَإِذَا
- और जब
- ghashiyahum
- غَشِيَهُم
- छा जाती है उन पर
- mawjun
- مَّوْجٌ
- एक मौज
- kal-ẓulali
- كَٱلظُّلَلِ
- सायबानों की तरह
- daʿawū
- دَعَوُا۟
- वो पुकारते हैं
- l-laha
- ٱللَّهَ
- अल्लाह को
- mukh'liṣīna
- مُخْلِصِينَ
- ख़ालिस करने वाले हो कर
- lahu
- لَهُ
- उसके लिए
- l-dīna
- ٱلدِّينَ
- दीन को
- falammā
- فَلَمَّا
- तो जब
- najjāhum
- نَجَّىٰهُمْ
- वो निजात देता है उन्हें
- ilā
- إِلَى
- तरफ़ ख़ुशकी के
- l-bari
- ٱلْبَرِّ
- तरफ़ ख़ुशकी के
- famin'hum
- فَمِنْهُم
- तो उनमें से बाज़
- muq'taṣidun
- مُّقْتَصِدٌۚ
- सीधी राह पर क़ायम रहने वाले हैं
- wamā
- وَمَا
- और नहीं
- yajḥadu
- يَجْحَدُ
- इन्कार करता
- biāyātinā
- بِـَٔايَٰتِنَآ
- हमारी आयात का
- illā
- إِلَّا
- मगर
- kullu
- كُلُّ
- हर
- khattārin
- خَتَّارٍ
- बहुत अहद शिकन
- kafūrin
- كَفُورٍ
- इन्तिहाई नाशुक्रा
और जब कोई मौज छाया-छत्रों की तरह उन्हें ढाँक लेती है, तो वे अल्लाह को उसी के लिए अपने निष्ठाभाव के विशुद्ध करते हुए पुकारते है, फिर जब वह उन्हें बचाकर स्थल तक पहुँचा देता है, तो उनमें से कुछ लोग संतुलित मार्ग पर रहते है। (अधिकांश तो पुनः पथभ्रष्ट हो जाते है।) हमारी निशानियों का इनकार तो बस प्रत्येक वह व्यक्ति करता है जो विश्वासघाती, कृतध्न हो ([३१] लुकमान: 32)Tafseer (तफ़सीर )
يٰٓاَيُّهَا النَّاسُ اتَّقُوْا رَبَّكُمْ وَاخْشَوْا يَوْمًا لَّا يَجْزِيْ وَالِدٌ عَنْ وَّلَدِهٖۖ وَلَا مَوْلُوْدٌ هُوَ جَازٍ عَنْ وَّالِدِهٖ شَيْـًٔاۗ اِنَّ وَعْدَ اللّٰهِ حَقٌّ فَلَا تَغُرَّنَّكُمُ الْحَيٰوةُ الدُّنْيَاۗ وَلَا يَغُرَّنَّكُمْ بِاللّٰهِ الْغَرُوْرُ ٣٣
- yāayyuhā
- يَٰٓأَيُّهَا
- ऐ लोगों
- l-nāsu
- ٱلنَّاسُ
- ऐ लोगों
- ittaqū
- ٱتَّقُوا۟
- डरो
- rabbakum
- رَبَّكُمْ
- अपने रब से
- wa-ikh'shaw
- وَٱخْشَوْا۟
- और डरो
- yawman
- يَوْمًا
- उस दिन से
- lā
- لَّا
- ना काम आएगा
- yajzī
- يَجْزِى
- ना काम आएगा
- wālidun
- وَالِدٌ
- कोई बाप
- ʿan
- عَن
- अपने बच्चे के
- waladihi
- وَلَدِهِۦ
- अपने बच्चे के
- walā
- وَلَا
- और ना ही
- mawlūdun
- مَوْلُودٌ
- कोई बच्चा
- huwa
- هُوَ
- वो
- jāzin
- جَازٍ
- काम आने वाला है
- ʿan
- عَن
- अपने बाप की तरफ़ से
- wālidihi
- وَالِدِهِۦ
- अपने बाप की तरफ़ से
- shayan
- شَيْـًٔاۚ
- कुछ भी
- inna
- إِنَّ
- यक़ीनन
- waʿda
- وَعْدَ
- वादा
- l-lahi
- ٱللَّهِ
- अल्लाह का
- ḥaqqun
- حَقٌّۖ
- सच्चा है
- falā
- فَلَا
- तो ना
- taghurrannakumu
- تَغُرَّنَّكُمُ
- हरगिज़ धोके में डाले तुम्हें
- l-ḥayatu
- ٱلْحَيَوٰةُ
- ज़िन्दगी
- l-dun'yā
- ٱلدُّنْيَا
- दुनिया की
- walā
- وَلَا
- और ना
- yaghurrannakum
- يَغُرَّنَّكُم
- हरगिज़ धोके में डाले तुम्हें
- bil-lahi
- بِٱللَّهِ
- अल्लाह के बारे में
- l-gharūru
- ٱلْغَرُورُ
- बड़ा धोके बाज़
ऐ लोगों! अपने रब का डर रखो और उस दिन से डरो जब न कोई बाप अपनी औलाद की ओर से बदला देगा और न कोई औलाद ही अपने बाप की ओर से बदला देनेवाली होगी। निश्चय ही अल्लाह का वादा सच्चा है। अतः सांसारिक जीवन कदापि तुम्हें धोखे में न डाले। और न अल्लाह के विषय में वह धोखेबाज़ तुम्हें धोखें में डाले ([३१] लुकमान: 33)Tafseer (तफ़सीर )
اِنَّ اللّٰهَ عِنْدَهٗ عِلْمُ السَّاعَةِۚ وَيُنَزِّلُ الْغَيْثَۚ وَيَعْلَمُ مَا فِى الْاَرْحَامِۗ وَمَا تَدْرِيْ نَفْسٌ مَّاذَا تَكْسِبُ غَدًاۗ وَمَا تَدْرِيْ نَفْسٌۢ بِاَيِّ اَرْضٍ تَمُوْتُۗ اِنَّ اللّٰهَ عَلِيْمٌ خَبِيْرٌ ࣖ ٣٤
- inna
- إِنَّ
- बेशक
- l-laha
- ٱللَّهَ
- अल्लाह
- ʿindahu
- عِندَهُۥ
- उसके पास
- ʿil'mu
- عِلْمُ
- इल्म है
- l-sāʿati
- ٱلسَّاعَةِ
- क़यामत का
- wayunazzilu
- وَيُنَزِّلُ
- और वो बरसाता है
- l-ghaytha
- ٱلْغَيْثَ
- बारिश को
- wayaʿlamu
- وَيَعْلَمُ
- और वो जानता है
- mā
- مَا
- जो कुछ
- fī
- فِى
- रहमों में है
- l-arḥāmi
- ٱلْأَرْحَامِۖ
- रहमों में है
- wamā
- وَمَا
- और नहीं
- tadrī
- تَدْرِى
- जानता
- nafsun
- نَفْسٌ
- कोई नफ़्स
- mādhā
- مَّاذَا
- क्या कुछ
- taksibu
- تَكْسِبُ
- वो कमाई करेगा
- ghadan
- غَدًاۖ
- कल
- wamā
- وَمَا
- और नहीं
- tadrī
- تَدْرِى
- जानता
- nafsun
- نَفْسٌۢ
- कोई नफ़्स
- bi-ayyi
- بِأَىِّ
- कि किस
- arḍin
- أَرْضٍ
- ज़मीन पर
- tamūtu
- تَمُوتُۚ
- वो मरेगा
- inna
- إِنَّ
- बेशक
- l-laha
- ٱللَّهَ
- अल्लाह
- ʿalīmun
- عَلِيمٌ
- बहुत इल्म वाला है
- khabīrun
- خَبِيرٌۢ
- ख़ूब बाख़बर है
निस्संदेह उस घड़ी का ज्ञान अल्लाह ही के पास है। वही मेंह बरसाता है और जानता है जो कुछ गर्भाशयों में होता है। कोई क्यक्ति नहीं जानता कि कल वह क्या कमाएगा और कोई व्यक्ति नहीं जानता है कि किस भूभाग में उसक मृत्यु होगी। निस्संदेह अल्लाह जाननेवाला, ख़बर रखनेवाला है ([३१] लुकमान: 34)Tafseer (तफ़सीर )