पवित्र कुरान सूरा अन-नम्ल आयत ११
Qur'an Surah An-Naml Verse 11
अन-नम्ल [२७]: ११ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर
اِلَّا مَنْ ظَلَمَ ثُمَّ بَدَّلَ حُسْنًاۢ بَعْدَ سُوْۤءٍ فَاِنِّيْ غَفُوْرٌ رَّحِيْمٌ (النمل : ٢٧)
- illā
- إِلَّا
- Except
- मगर
- man
- مَن
- who
- जिसने
- ẓalama
- ظَلَمَ
- wrongs
- ज़ुल्म किया
- thumma
- ثُمَّ
- then
- फिर
- baddala
- بَدَّلَ
- substitutes
- उसने बदल दिया
- ḥus'nan
- حُسْنًۢا
- good
- नेकी से
- baʿda
- بَعْدَ
- after
- बाद
- sūin
- سُوٓءٍ
- evil
- बुराई के
- fa-innī
- فَإِنِّى
- then indeed I Am
- तो बेशक मैं
- ghafūrun
- غَفُورٌ
- Oft-Forgiving
- बहुत बख़्शने वाला हूँ
- raḥīmun
- رَّحِيمٌ
- Most Merciful
- निहायत रहम करने वाला हूँ
Transliteration:
Illaa man zalama summa baddala husnam ba'da sooo'in fa innee Ghafoorur Raheem(QS. an-Naml:11)
English Sahih International:
Otherwise, he who wrongs, then substitutes good after evil – indeed, I am Forgiving and Merciful. (QS. An-Naml, Ayah ११)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
सिवाय उसके जिसने कोई ज़्यादती की हो। फिर बुराई के पश्चात उसे भलाई से बदल दिया, तो मैं भी बड़ा क्षमाशील, अत्यन्त दयावान हूँ (अन-नम्ल, आयत ११)
Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi
(मुतमइन हो जाते है) मगर जो शख्स गुनाह करे फिर गुनाह के बाद उसे नेकी (तौबा) से बदल दे तो अलबत्ता बड़ा बख्शने वाला मेहरबान हूँ
Azizul-Haqq Al-Umary
उसके सिवा, जिसने अत्याचार किया हो, फिर जिसने बदल लिया अपना कर्म भलाई से बुराई के पश्चात्, तो निश्चय, मैं अति क्षमि, दयावान् हूँ।