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सूरा अन-नम्ल - Page: 8

An-Naml

(चींटियाँ)

७१

وَيَقُوْلُوْنَ مَتٰى هٰذَا الْوَعْدُ اِنْ كُنْتُمْ صٰدِقِيْنَ ٧١

wayaqūlūna
وَيَقُولُونَ
और वो कहते हैं
matā
مَتَىٰ
कब होगा
hādhā
هَٰذَا
ये
l-waʿdu
ٱلْوَعْدُ
वादा
in
إِن
अगर
kuntum
كُنتُمْ
हो तुम
ṣādiqīna
صَٰدِقِينَ
सच्चे
वे कहते है, 'यह वादा कब पूरा होगा, यदि तुम सच्चे हो?' ([२७] अन-नम्ल: 71)
Tafseer (तफ़सीर )
७२

قُلْ عَسٰٓى اَنْ يَّكُوْنَ رَدِفَ لَكُمْ بَعْضُ الَّذِيْ تَسْتَعْجِلُوْنَ ٧٢

qul
قُلْ
कह दीजिए
ʿasā
عَسَىٰٓ
उम्मीद है
an
أَن
कि
yakūna
يَكُونَ
हो वो
radifa
رَدِفَ
पीछे आ लगे
lakum
لَكُم
तुम्हारे
baʿḍu
بَعْضُ
बाज़ / कुछ हिस्सा
alladhī
ٱلَّذِى
वो जो
tastaʿjilūna
تَسْتَعْجِلُونَ
तुम जल्दी माँगते हो
कहो, 'जिसकी तुम जल्दी मचा रहे हो बहुत सम्भव है कि उसका कोई हिस्सा तुम्हारे पीछे ही लगा हो।' ([२७] अन-नम्ल: 72)
Tafseer (तफ़सीर )
७३

وَاِنَّ رَبَّكَ لَذُوْ فَضْلٍ عَلَى النَّاسِ وَلٰكِنَّ اَكْثَرَهُمْ لَا يَشْكُرُوْنَ ٧٣

wa-inna
وَإِنَّ
और बेशक
rabbaka
رَبَّكَ
रब आपका
ladhū
لَذُو
अलबत्ता फ़ज़ल वाला है
faḍlin
فَضْلٍ
अलबत्ता फ़ज़ल वाला है
ʿalā
عَلَى
लोगों पर
l-nāsi
ٱلنَّاسِ
लोगों पर
walākinna
وَلَٰكِنَّ
और लेकिन
aktharahum
أَكْثَرَهُمْ
अक्सर उनके
لَا
नहीं वो शुक्र करते
yashkurūna
يَشْكُرُونَ
नहीं वो शुक्र करते
निश्चय ही तुम्हारा रब तो लोगों पर उदार अनुग्रह करनेवाला है, किन्तु उनमें से अधिकतर लोग कृतज्ञता नहीं दिखाते ([२७] अन-नम्ल: 73)
Tafseer (तफ़सीर )
७४

وَاِنَّ رَبَّكَ لَيَعْلَمُ مَا تُكِنُّ صُدُوْرُهُمْ وَمَا يُعْلِنُوْنَ ٧٤

wa-inna
وَإِنَّ
और बेशक
rabbaka
رَبَّكَ
रब आपका
layaʿlamu
لَيَعْلَمُ
अलबत्ता वो जानता है
مَا
जो कुछ
tukinnu
تُكِنُّ
छुपाते हैं
ṣudūruhum
صُدُورُهُمْ
सीने उनके
wamā
وَمَا
और जो कुछ
yuʿ'linūna
يُعْلِنُونَ
वो ज़ाहिर करते हैं
निश्चय ही तुम्हारा रह भली-भाँति जानता है, जो कुछ उनके सीने छिपाए हुए है और जो कुछ वे प्रकट करते है। ([२७] अन-नम्ल: 74)
Tafseer (तफ़सीर )
७५

وَمَا مِنْ غَاۤىِٕبَةٍ فِى السَّمَاۤءِ وَالْاَرْضِ اِلَّا فِيْ كِتٰبٍ مُّبِيْنٍ ٧٥

wamā
وَمَا
और नहीं
min
مِنْ
कोई ग़ायब होने वाली
ghāibatin
غَآئِبَةٍ
कोई ग़ायब होने वाली
فِى
आसमान में
l-samāi
ٱلسَّمَآءِ
आसमान में
wal-arḍi
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन में
illā
إِلَّا
मगर
فِى
एक किताब में है
kitābin
كِتَٰبٍ
एक किताब में है
mubīnin
مُّبِينٍ
वाज़ेह
आकाश और धरती में छिपी कोई भी चीज़ ऐसी नहीं जो एक स्पष्ट किताब में मौजूद न हो ([२७] अन-नम्ल: 75)
Tafseer (तफ़सीर )
७६

اِنَّ هٰذَا الْقُرْاٰنَ يَقُصُّ عَلٰى بَنِيْٓ اِسْرَاۤءِيْلَ اَكْثَرَ الَّذِيْ هُمْ فِيْهِ يَخْتَلِفُوْنَ ٧٦

inna
إِنَّ
बेशक
hādhā
هَٰذَا
ये
l-qur'āna
ٱلْقُرْءَانَ
क़ुरान
yaquṣṣu
يَقُصُّ
बयान करता है
ʿalā
عَلَىٰ
बनी इस्राईल पर
banī
بَنِىٓ
बनी इस्राईल पर
is'rāīla
إِسْرَٰٓءِيلَ
बनी इस्राईल पर
akthara
أَكْثَرَ
अक्सर (बातें)
alladhī
ٱلَّذِى
वो जो
hum
هُمْ
वो
fīhi
فِيهِ
उनमें
yakhtalifūna
يَخْتَلِفُونَ
वो इख़्तिलाफ़ करते हैं
निस्संदेह यह क़ुरआन इसराईल की सन्तान को अधिकतर ऐसी बाते खोलकर सुनाता है जिनके विषय में उनसे मतभेद है ([२७] अन-नम्ल: 76)
Tafseer (तफ़सीर )
७७

وَاِنَّهٗ لَهُدًى وَّرَحْمَةٌ لِّلْمُؤْمِنِيْنَ ٧٧

wa-innahu
وَإِنَّهُۥ
और बेशक वो
lahudan
لَهُدًى
अलबत्ता हिदायत है
waraḥmatun
وَرَحْمَةٌ
और रहमत है
lil'mu'minīna
لِّلْمُؤْمِنِينَ
ईमान लाने वालों के लिए
और निस्संदह यह तो ईमानवालों के लिए मार्गदर्शन और दयालुता है ([२७] अन-नम्ल: 77)
Tafseer (तफ़सीर )
७८

اِنَّ رَبَّكَ يَقْضِيْ بَيْنَهُمْ بِحُكْمِهٖۚ وَهُوَ الْعَزِيْزُ الْعَلِيْمُۚ ٧٨

inna
إِنَّ
बेशक
rabbaka
رَبَّكَ
रब आपका
yaqḍī
يَقْضِى
वो फ़ैसला करेगा
baynahum
بَيْنَهُم
दर्मियान उनके
biḥuk'mihi
بِحُكْمِهِۦۚ
अपने हुक्म से
wahuwa
وَهُوَ
और वो
l-ʿazīzu
ٱلْعَزِيزُ
बहुत ज़बरदस्त है
l-ʿalīmu
ٱلْعَلِيمُ
ख़ूब इल्म वाला है
निश्चय ही तुम्हारा रब उनके बीच अपने हुक्म से फ़ैसला कर देगा। वह अत्यन्त प्रभुत्वशाली, सर्वज्ञ है ([२७] अन-नम्ल: 78)
Tafseer (तफ़सीर )
७९

فَتَوَكَّلْ عَلَى اللّٰهِ ۗاِنَّكَ عَلَى الْحَقِّ الْمُبِيْنِ ٧٩

fatawakkal
فَتَوَكَّلْ
पस तवक्कल कीजिए
ʿalā
عَلَى
अल्लाह पर
l-lahi
ٱللَّهِۖ
अल्लाह पर
innaka
إِنَّكَ
और बेशक आप
ʿalā
عَلَى
हक़ पर हैं
l-ḥaqi
ٱلْحَقِّ
हक़ पर हैं
l-mubīni
ٱلْمُبِينِ
वाज़ेह
अतः अल्लाह पर भरोसा रखो। निश्चय ही तुम स्पष्ट सत्य पर हो ([२७] अन-नम्ल: 79)
Tafseer (तफ़सीर )
८०

اِنَّكَ لَا تُسْمِعُ الْمَوْتٰى وَلَا تُسْمِعُ الصُّمَّ الدُّعَاۤءَ اِذَا وَلَّوْا مُدْبِرِيْنَ ٨٠

innaka
إِنَّكَ
बेशक आप
لَا
नहीं आप सुना सकते
tus'miʿu
تُسْمِعُ
नहीं आप सुना सकते
l-mawtā
ٱلْمَوْتَىٰ
मुर्दों को
walā
وَلَا
और नहीं
tus'miʿu
تُسْمِعُ
आप सुना सकते
l-ṣuma
ٱلصُّمَّ
बहरों को
l-duʿāa
ٱلدُّعَآءَ
पुकार
idhā
إِذَا
जब
wallaw
وَلَّوْا۟
वो फिर जाऐं
mud'birīna
مُدْبِرِينَ
पीठ फेर कर
तुम मुर्दों को नहीं सुना सकते और न बहरों को अपनी पुकार सुना सकते हो, जबकि वे पीठ देकर फिरे भी जा रहें हो। ([२७] अन-नम्ल: 80)
Tafseer (तफ़सीर )