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सूरा अल-हज - Page: 8

Al-Hajj

(हज तीर्थयात्रा)

७१

وَيَعْبُدُوْنَ مِنْ دُوْنِ اللّٰهِ مَا لَمْ يُنَزِّلْ بِهٖ سُلْطٰنًا وَّمَا لَيْسَ لَهُمْ بِهٖ عِلْمٌ ۗوَمَا لِلظّٰلِمِيْنَ مِنْ نَّصِيْرٍ ٧١

wayaʿbudūna
وَيَعْبُدُونَ
और वो इबादत करते हैं
min
مِن
सिवाए
dūni
دُونِ
सिवाए
l-lahi
ٱللَّهِ
अल्लाह के
مَا
उसकी जो
lam
لَمْ
नहीं
yunazzil
يُنَزِّلْ
उसने नाज़िल की
bihi
بِهِۦ
जिसकी
sul'ṭānan
سُلْطَٰنًا
कोई दलील
wamā
وَمَا
और उसकी जो
laysa
لَيْسَ
नहीं है
lahum
لَهُم
उनके लिए
bihi
بِهِۦ
जिसका
ʿil'mun
عِلْمٌۗ
कोई इल्म
wamā
وَمَا
और नहीं
lilẓẓālimīna
لِلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों के लिए
min
مِن
कोई मददगार
naṣīrin
نَّصِيرٍ
कोई मददगार
और वे अल्लाह से इतर उनकी बन्दगी करते है जिनके लिए न तो उसने कोई प्रमाण उतारा और न उन्हें उनके विषय में कोई ज्ञान ही है। और इन ज़ालिमों को कोई सहायक नहीं ([२२] अल-हज: 71)
Tafseer (तफ़सीर )
७२

وَاِذَا تُتْلٰى عَلَيْهِمْ اٰيٰتُنَا بَيِّنٰتٍ تَعْرِفُ فِيْ وُجُوْهِ الَّذِيْنَ كَفَرُوا الْمُنْكَرَۗ يَكَادُوْنَ يَسْطُوْنَ بِالَّذِيْنَ يَتْلُوْنَ عَلَيْهِمْ اٰيٰتِنَاۗ قُلْ اَفَاُنَبِّئُكُمْ بِشَرٍّ مِّنْ ذٰلِكُمْۗ اَلنَّارُۗ وَعَدَهَا اللّٰهُ الَّذِيْنَ كَفَرُوْاۗ وَبِئْسَ الْمَصِيْرُ ࣖ ٧٢

wa-idhā
وَإِذَا
और जब
tut'lā
تُتْلَىٰ
पढ़ी जाती हैं
ʿalayhim
عَلَيْهِمْ
उन पर
āyātunā
ءَايَٰتُنَا
आयात हमारी
bayyinātin
بَيِّنَٰتٍ
वाज़ेह
taʿrifu
تَعْرِفُ
आप पहचान सकते हैं
فِى
चेहरों में
wujūhi
وُجُوهِ
चेहरों में
alladhīna
ٱلَّذِينَ
उनके जिन्होंने
kafarū
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
l-munkara
ٱلْمُنكَرَۖ
नागवारी को
yakādūna
يَكَادُونَ
क़रीब हैं
yasṭūna
يَسْطُونَ
कि वो हमला कर दें
bi-alladhīna
بِٱلَّذِينَ
उन पर जो
yatlūna
يَتْلُونَ
पढ़ते हैं
ʿalayhim
عَلَيْهِمْ
उन पर
āyātinā
ءَايَٰتِنَاۗ
आयात हमारी
qul
قُلْ
कह दीजिए
afa-unabbi-ukum
أَفَأُنَبِّئُكُم
क्या फिर मैं बताऊँ तुम्हें
bisharrin
بِشَرٍّ
बुरी चीज़
min
مِّن
इससे
dhālikumu
ذَٰلِكُمُۗ
इससे
l-nāru
ٱلنَّارُ
आग
waʿadahā
وَعَدَهَا
वादा किया है उसका
l-lahu
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
alladhīna
ٱلَّذِينَ
उनसे जिन्होंने
kafarū
كَفَرُوا۟ۖ
कुफ़्र किया
wabi'sa
وَبِئْسَ
और कितना बुरा है
l-maṣīru
ٱلْمَصِيرُ
ठिकाना
और जब उन्हें हमारी स्पष्ट आयतें सुनाई जाती है, तो इनकार करनेवालों के चेहरों पर तुम्हें नागवारी प्रतीत होती है। लगता है कि अभी वे उन लोगों पर टूट पड़ेगे जो उन्हें हमारी आयतें सुनाते है। कह दो, 'क्या मैं तुम्हे इससे बुरी चीज़ की ख़बर दूँ? आग है वह - अल्लाह ने इनकार करनेवालों से उसी का वादा कर रखा है - और वह बहुत ही बुरा ठिकाना है।' ([२२] अल-हज: 72)
Tafseer (तफ़सीर )
७३

يٰٓاَيُّهَا النَّاسُ ضُرِبَ مَثَلٌ فَاسْتَمِعُوْا لَهٗ ۗاِنَّ الَّذِيْنَ تَدْعُوْنَ مِنْ دُوْنِ اللّٰهِ لَنْ يَّخْلُقُوْا ذُبَابًا وَّلَوِ اجْتَمَعُوْا لَهٗ ۗوَاِنْ يَّسْلُبْهُمُ الذُّبَابُ شَيْـًٔا لَّا يَسْتَنْقِذُوْهُ مِنْهُۗ ضَعُفَ الطَّالِبُ وَالْمَطْلُوْبُ ٧٣

yāayyuhā
يَٰٓأَيُّهَا
l-nāsu
ٱلنَّاسُ
लोगो
ḍuriba
ضُرِبَ
बयान की गई है
mathalun
مَثَلٌ
मिसाल
fa-is'tamiʿū
فَٱسْتَمِعُوا۟
पस ग़ौर से सुनो
lahu
لَهُۥٓۚ
उसे
inna
إِنَّ
बेशक
alladhīna
ٱلَّذِينَ
वो जिन्हें
tadʿūna
تَدْعُونَ
तुम पुकारते हो
min
مِن
अल्लाह के सिवा
dūni
دُونِ
अल्लाह के सिवा
l-lahi
ٱللَّهِ
अल्लाह के सिवा
lan
لَن
हरगिज़ नहीं
yakhluqū
يَخْلُقُوا۟
वो पैदा कर सकते
dhubāban
ذُبَابًا
एक मक्खी
walawi
وَلَوِ
और अगरचे
ij'tamaʿū
ٱجْتَمَعُوا۟
वो जमा हो जाऐं
lahu
لَهُۥۖ
उसके लिए
wa-in
وَإِن
और अगर
yaslub'humu
يَسْلُبْهُمُ
छीन ले उनसे
l-dhubābu
ٱلذُّبَابُ
मक्खी
shayan
شَيْـًٔا
कोई चीज़
لَّا
नहीं वो छुड़ा सकते उसको
yastanqidhūhu
يَسْتَنقِذُوهُ
नहीं वो छुड़ा सकते उसको
min'hu
مِنْهُۚ
उससे
ḍaʿufa
ضَعُفَ
कितना कमज़ोर है
l-ṭālibu
ٱلطَّالِبُ
तलब करने वाला
wal-maṭlūbu
وَٱلْمَطْلُوبُ
और वो जिससे तलब किया जाता है
ऐ लोगों! एक मिसाल पेश की जाती है। उसे ध्यान से सुनो, अल्लाह से हटकर तुम जिन्हें पुकारते हो वे एक मक्खी भी पैदा नहीं कर सकते। यद्यपि इसके लिए वे सब इकट्ठे हो जाएँ और यदि मक्खी उनसे कोई चीज़ छीन ले जाए तो उससे वे उसको छुड़ा भी नहीं सकते। बेबस और असहाय रहा चाहनेवाला भी (उपासक) और उसका अभीष्ट (उपास्य) भी ([२२] अल-हज: 73)
Tafseer (तफ़सीर )
७४

مَا قَدَرُوا اللّٰهَ حَقَّ قَدْرِهٖۗ اِنَّ اللّٰهَ لَقَوِيٌّ عَزِيْزٌ ٧٤

مَا
नहीं
qadarū
قَدَرُوا۟
उन्होंने क़द्र की
l-laha
ٱللَّهَ
अल्लाह की
ḥaqqa
حَقَّ
जैसे हक़ है
qadrihi
قَدْرِهِۦٓۗ
उसकी क़द्र का
inna
إِنَّ
बेशक
l-laha
ٱللَّهَ
अल्लाह
laqawiyyun
لَقَوِىٌّ
अलबत्ता बहुत क़ूव्वत वाला है
ʿazīzun
عَزِيزٌ
बहुत ज़बरदस्त है
उन्होंने अल्लाह की क़द्र ही नहीं पहचानी जैसी कि उसकी क़द्र पहचाननी चाहिए थी। निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त बलवान, प्रभुत्वशाली है ([२२] अल-हज: 74)
Tafseer (तफ़सीर )
७५

اَللّٰهُ يَصْطَفِيْ مِنَ الْمَلٰۤىِٕكَةِ رُسُلًا وَّمِنَ النَّاسِۗ اِنَّ اللّٰهَ سَمِيْعٌۢ بَصِيْرٌ ۚ ٧٥

al-lahu
ٱللَّهُ
अल्लाह
yaṣṭafī
يَصْطَفِى
चुन लेता है
mina
مِنَ
फ़रिश्तों में से
l-malāikati
ٱلْمَلَٰٓئِكَةِ
फ़रिश्तों में से
rusulan
رُسُلًا
पैग़ाम पहुँचाने वाले
wamina
وَمِنَ
और इन्सानों में से भी
l-nāsi
ٱلنَّاسِۚ
और इन्सानों में से भी
inna
إِنَّ
बेशक
l-laha
ٱللَّهَ
अल्लाह
samīʿun
سَمِيعٌۢ
ख़ूब सुनने वाला है
baṣīrun
بَصِيرٌ
ख़ूब देखने वाला है
अल्लाह फ़रिश्तों में से संदेशवाहक चुनता और मनुष्यों में से भी। निश्चय ही अल्लाह सब कुछ सुनता, देखता है ([२२] अल-हज: 75)
Tafseer (तफ़सीर )
७६

يَعْلَمُ مَا بَيْنَ اَيْدِيْهِمْ وَمَا خَلْفَهُمْۗ وَاِلَى اللّٰهِ تُرْجَعُ الْاُمُوْرُ ٧٦

yaʿlamu
يَعْلَمُ
वो जानता है
مَا
जो कुछ
bayna
بَيْنَ
उनके आगे है
aydīhim
أَيْدِيهِمْ
उनके आगे है
wamā
وَمَا
और जो कुछ
khalfahum
خَلْفَهُمْۗ
उनके पीछे है
wa-ilā
وَإِلَى
और तरफ़ अल्लाह ही के
l-lahi
ٱللَّهِ
और तरफ़ अल्लाह ही के
tur'jaʿu
تُرْجَعُ
लौटाए जाते हैं
l-umūru
ٱلْأُمُورُ
सब काम
वह जानता है जो कुछ उनके आगे है और जो कुछ उनके पीछे है। और सारे मामले अल्लाह ही की ओर पलटते है ([२२] अल-हज: 76)
Tafseer (तफ़सीर )
७७

يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوا ارْكَعُوْا وَاسْجُدُوْا وَاعْبُدُوْا رَبَّكُمْ وَافْعَلُوا الْخَيْرَ لَعَلَّكُمْ تُفْلِحُوْنَ ۚ۩ ٧٧

yāayyuhā
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
alladhīna
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
āmanū
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
ir'kaʿū
ٱرْكَعُوا۟
रुकूअ करो
wa-us'judū
وَٱسْجُدُوا۟
और सजदा करो
wa-uʿ'budū
وَٱعْبُدُوا۟
और इबादत करो
rabbakum
رَبَّكُمْ
अपने रब की
wa-if'ʿalū
وَٱفْعَلُوا۟
और करो
l-khayra
ٱلْخَيْرَ
भलाई
laʿallakum
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
tuf'liḥūna
تُفْلِحُونَ۩
तुम फ़लाह पा जाओ
ऐ ईमान लानेवालो! झुको और सजदा करो और अपने रब की बन्दही करो और भलाई करो, ताकि तुम्हें सफलता प्राप्त हो ([२२] अल-हज: 77)
Tafseer (तफ़सीर )
७८

وَجَاهِدُوْا فِى اللّٰهِ حَقَّ جِهَادِهٖۗ هُوَ اجْتَبٰىكُمْ وَمَا جَعَلَ عَلَيْكُمْ فِى الدِّيْنِ مِنْ حَرَجٍۗ مِلَّةَ اَبِيْكُمْ اِبْرٰهِيْمَۗ هُوَ سَمّٰىكُمُ الْمُسْلِمِيْنَ ەۙ مِنْ قَبْلُ وَفِيْ هٰذَا لِيَكُوْنَ الرَّسُوْلُ شَهِيْدًا عَلَيْكُمْ وَتَكُوْنُوْا شُهَدَاۤءَ عَلَى النَّاسِۖ فَاَقِيْمُوا الصَّلٰوةَ وَاٰتُوا الزَّكٰوةَ وَاعْتَصِمُوْا بِاللّٰهِ ۗهُوَ مَوْلٰىكُمْۚ فَنِعْمَ الْمَوْلٰى وَنِعْمَ النَّصِيْرُ ࣖ ۔ ٧٨

wajāhidū
وَجَٰهِدُوا۟
और जिहाद करो
فِى
अल्लाह (के रास्ते) में
l-lahi
ٱللَّهِ
अल्लाह (के रास्ते) में
ḥaqqa
حَقَّ
जैसा कि (हक़ है)
jihādihi
جِهَادِهِۦۚ
उसके जिहाद का
huwa
هُوَ
उसने
ij'tabākum
ٱجْتَبَىٰكُمْ
चुन लिया है तुम्हें
wamā
وَمَا
और नहीं
jaʿala
جَعَلَ
उसने बनाई
ʿalaykum
عَلَيْكُمْ
तुम पर
فِى
दीन के मामले में
l-dīni
ٱلدِّينِ
दीन के मामले में
min
مِنْ
कोई तंगी
ḥarajin
حَرَجٍۚ
कोई तंगी
millata
مِّلَّةَ
ये दीन है
abīkum
أَبِيكُمْ
तुम्हारे बाप
ib'rāhīma
إِبْرَٰهِيمَۚ
इब्राहीम का
huwa
هُوَ
उस (अल्लाह) ने
sammākumu
سَمَّىٰكُمُ
नाम रखा है तुम्हारा
l-mus'limīna
ٱلْمُسْلِمِينَ
मुसलमान
min
مِن
इससे पहले (भी)
qablu
قَبْلُ
इससे पहले (भी)
wafī
وَفِى
और इसमें (भी)
hādhā
هَٰذَا
और इसमें (भी)
liyakūna
لِيَكُونَ
ताकि हों
l-rasūlu
ٱلرَّسُولُ
रसूल
shahīdan
شَهِيدًا
गवाह
ʿalaykum
عَلَيْكُمْ
तुम पर
watakūnū
وَتَكُونُوا۟
और तुम हो जाओ
shuhadāa
شُهَدَآءَ
गवाह
ʿalā
عَلَى
तमाम इन्सानों पर
l-nāsi
ٱلنَّاسِۚ
तमाम इन्सानों पर
fa-aqīmū
فَأَقِيمُوا۟
पस क़ायम करो
l-ṣalata
ٱلصَّلَوٰةَ
नमाज़
waātū
وَءَاتُوا۟
और अदा करो
l-zakata
ٱلزَّكَوٰةَ
ज़कात
wa-iʿ'taṣimū
وَٱعْتَصِمُوا۟
और मज़बूत थाम लो
bil-lahi
بِٱللَّهِ
अल्लाह को
huwa
هُوَ
वो ही
mawlākum
مَوْلَىٰكُمْۖ
मौला है तुम्हारा
faniʿ'ma
فَنِعْمَ
पस कितना अच्छा है
l-mawlā
ٱلْمَوْلَىٰ
मौला / दोस्त
waniʿ'ma
وَنِعْمَ
और कितना अच्छा है
l-naṣīru
ٱلنَّصِيرُ
मददगार
और परस्पर मिलकर जिहाद करो अल्लाह के मार्ग में, जैसा कि जिहाद का हक़ है। उसने तुम्हें चुन लिया है - और धर्म के मामले में तुमपर कोई तंगी और कठिनाई नहीं रखी। तुम्हारे बाप इबराहीम के पंथ को तुम्हारे लिए पसन्द किया। उसने इससे पहले तुम्हारा नाम मुस्लिम (आज्ञाकारी) रखा था और इस ध्येय से - ताकि रसूल तुमपर गवाह हो और तुम लोगों पर गवाह हो। अतः नमाज़ का आयोजन करो और ज़कात दो और अल्लाह को मज़बूती से पकड़े रहो। वही तुम्हारा संरक्षक है। तो क्या ही अच्छा संरक्षक है और क्या ही अच्छा सहायक! ([२२] अल-हज: 78)
Tafseer (तफ़सीर )