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पवित्र कुरान सूरा अल-अम्बिया आयत ७१

Qur'an Surah Al-Anbya Verse 71

अल-अम्बिया [२१]: ७१ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर

وَنَجَّيْنٰهُ وَلُوْطًا اِلَى الْاَرْضِ الَّتِيْ بٰرَكْناَ فِيْهَا لِلْعٰلَمِيْنَ (الأنبياء : ٢١)

wanajjaynāhu
وَنَجَّيْنَٰهُ
And We delivered him
और निजात दी हमने उसे
walūṭan
وَلُوطًا
and Lut
और लूत को
ilā
إِلَى
to
तरफ़ उस ज़मीन के
l-arḍi
ٱلْأَرْضِ
the land
तरफ़ उस ज़मीन के
allatī
ٱلَّتِى
which
वो जो
bāraknā
بَٰرَكْنَا
We (had) blessed
बरकत रखी हमने
fīhā
فِيهَا
[in it]
उसमें
lil'ʿālamīna
لِلْعَٰلَمِينَ
for the worlds
तमाम जहान वालों के लिए

Transliteration:

Wa najjainaahu wa Lootan ilal ardil latee baaraknaa feehaa lil 'aalameen (QS. al-ʾAnbiyāʾ:71)

English Sahih International:

And We delivered him and Lot to the land which We had blessed for the worlds [i.e., peoples]. (QS. Al-Anbya, Ayah ७१)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हम उसे और लूत को बचाकर उस भूभाग की ओर निकाल ले गए, जिसमें हमने दुनियावालों के लिए बरकतें रखी थीं (अल-अम्बिया, आयत ७१)

Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हम ने ही इबराहीम और लूत को (सरकशों से) सही व सालिम निकालकर इस सर ज़मीन (शाम बैतुलमुक़द्दस) में जा पहुँचाया जिसमें हमने सारे जहाँन के लिए तरह-तरह की बरकत अता की थी

Azizul-Haqq Al-Umary

और हम, उस (इब्राहीम) को बचाकर ले गये तथा लूत[1] को, उस भूमि[2] की ओर, जिसमें हमने सम्पन्नता रखी है, विश्व वासियों के लिए।