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पवित्र कुरान सूरा अल-अम्बिया आयत १८

Qur'an Surah Al-Anbya Verse 18

अल-अम्बिया [२१]: १८ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर

بَلْ نَقْذِفُ بِالْحَقِّ عَلَى الْبَاطِلِ فَيَدْمَغُهٗ فَاِذَا هُوَ زَاهِقٌۗ وَلَكُمُ الْوَيْلُ مِمَّا تَصِفُوْنَ (الأنبياء : ٢١)

bal
بَلْ
Nay
बल्कि
naqdhifu
نَقْذِفُ
We hurl
हम फेंकते हैं
bil-ḥaqi
بِٱلْحَقِّ
the truth
हक़ को
ʿalā
عَلَى
against
बातिल पर
l-bāṭili
ٱلْبَٰطِلِ
[the] falsehood
बातिल पर
fayadmaghuhu
فَيَدْمَغُهُۥ
and it breaks its head
पस वो सर तोड़ देता है उसका
fa-idhā
فَإِذَا
behold
तो यकायक
huwa
هُوَ
it (is)
वो
zāhiqun
زَاهِقٌۚ
vanishing
ज़ाइल हो जाता है
walakumu
وَلَكُمُ
And for you
और तुम्हारे लिए
l-waylu
ٱلْوَيْلُ
(is) destruction
हलाकत है
mimmā
مِمَّا
for what
उससे जो
taṣifūna
تَصِفُونَ
you ascribe
तुम बयान करते हो

Transliteration:

Bal naqzifu bilhaqqi 'alal baatili fa yadmaghuhoo fa izaa huwa zaahiq; wa lakumul wailu mimmaa tasifoon (QS. al-ʾAnbiyāʾ:18)

English Sahih International:

Rather, We dash the truth upon falsehood, and it destroys it, and thereupon it departs. And for you is destruction from that which you describe. (QS. Al-Anbya, Ayah १८)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

नहीं, बल्कि हम तो असत्य पर सत्य की चोट लगाते है, तो वह उसका सिर तोड़ देता है। फिर क्या देखते है कि वह मिटकर रह जाता है और तुम्हारे लिए तबाही है उन बातों के कारण जो तुम बनाते हो! (अल-अम्बिया, आयत १८)

Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बल्कि हम तो हक़ को नाहक़ (के सर) पर खींच मारते हैं तो वह बिल्कुल के सर को कुचल देता है फिर वह उसी वक्त नेस्तवेनाबूद हो जाता है और तुम पर अफ़सोस है कि ऐसी-ऐसी नाहक़ बातें बनाये करते हो

Azizul-Haqq Al-Umary

बल्कि हम मारते हैं सत्य से असत्य पर, तो वह उसका सिर कुचल देता है और वह अकस्मात समाप्त हो जाता है और तुम्हारे लिए विनाश है, उन बातों के कारण, जो तुम बनाते हो।