९१
اَنْ دَعَوْا لِلرَّحْمٰنِ وَلَدًا ۚ ٩١
- an
- أَن
- कि
- daʿaw
- دَعَوْا۟
- उन्होंने दावा किया
- lilrraḥmāni
- لِلرَّحْمَٰنِ
- रहमान के लिए
- waladan
- وَلَدًا
- औलाद का
इस बात पर कि उन्होंने रहमान के लिए बेटा होने का दावा किया! ([१९] मरियम: 91)Tafseer (तफ़सीर )
९२
وَمَا يَنْۢبَغِيْ لِلرَّحْمٰنِ اَنْ يَّتَّخِذَ وَلَدًا ۗ ٩٢
- wamā
- وَمَا
- और नहीं
- yanbaghī
- يَنۢبَغِى
- लायक़
- lilrraḥmāni
- لِلرَّحْمَٰنِ
- रहमान के
- an
- أَن
- कि
- yattakhidha
- يَتَّخِذَ
- वो बना ले
- waladan
- وَلَدًا
- औलाद
जबकि रहमान की प्रतिष्ठा के प्रतिकूल है कि वह किसी को अपना बेटा बनाए ([१९] मरियम: 92)Tafseer (तफ़सीर )
९३
اِنْ كُلُّ مَنْ فِى السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِ اِلَّآ اٰتِى الرَّحْمٰنِ عَبْدًا ۗ ٩٣
- in
- إِن
- नहीं है कोई भी
- kullu
- كُلُّ
- नहीं है कोई भी
- man
- مَن
- जो
- fī
- فِى
- आसमानों में
- l-samāwāti
- ٱلسَّمَٰوَٰتِ
- आसमानों में
- wal-arḍi
- وَٱلْأَرْضِ
- और ज़मीन में है
- illā
- إِلَّآ
- मगर
- ātī
- ءَاتِى
- आने वाला है
- l-raḥmāni
- ٱلرَّحْمَٰنِ
- रहमान के (पास)
- ʿabdan
- عَبْدًا
- बन्दा बनकर
आकाशों और धरती में जो कोई भी है एक बन्दें के रूप में रहमान के पास आनेवाला है ([१९] मरियम: 93)Tafseer (तफ़सीर )
९४
لَقَدْ اَحْصٰىهُمْ وَعَدَّهُمْ عَدًّا ۗ ٩٤
- laqad
- لَّقَدْ
- अलबत्ता तहक़ीक़
- aḥṣāhum
- أَحْصَىٰهُمْ
- उसने घेर रखा है उन्हें
- waʿaddahum
- وَعَدَّهُمْ
- और गिन रखा है उन्हें
- ʿaddan
- عَدًّا
- गिनना
उसने उनका आकलन कर रखा है और उन्हें अच्छी तरह गिन रखा है ([१९] मरियम: 94)Tafseer (तफ़सीर )
९५
وَكُلُّهُمْ اٰتِيْهِ يَوْمَ الْقِيٰمَةِ فَرْدًا ٩٥
- wakulluhum
- وَكُلُّهُمْ
- हर एक उनमें से
- ātīhi
- ءَاتِيهِ
- आने वाला है उसके पास
- yawma
- يَوْمَ
- दिन
- l-qiyāmati
- ٱلْقِيَٰمَةِ
- क़यामत के
- fardan
- فَرْدًا
- अकेला
और उनमें से प्रत्येक क़ियामत के दिन उस अकेले (रहमान) के सामने उपस्थित होगा ([१९] मरियम: 95)Tafseer (तफ़सीर )
९६
اِنَّ الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ سَيَجْعَلُ لَهُمُ الرَّحْمٰنُ وُدًّا ٩٦
- inna
- إِنَّ
- बेशक
- alladhīna
- ٱلَّذِينَ
- वो लोग जो
- āmanū
- ءَامَنُوا۟
- ईमान लाए
- waʿamilū
- وَعَمِلُوا۟
- और उन्होंने अमल किए
- l-ṣāliḥāti
- ٱلصَّٰلِحَٰتِ
- नेक
- sayajʿalu
- سَيَجْعَلُ
- अनक़रीब पैदा कर देगा
- lahumu
- لَهُمُ
- उनके लिए
- l-raḥmānu
- ٱلرَّحْمَٰنُ
- रहमान
- wuddan
- وُدًّا
- मोहब्बत
निस्संदेह जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए शीघ्र ही रहमान उनके लिए प्रेम उत्पन्न कर देगा ([१९] मरियम: 96)Tafseer (तफ़सीर )
९७
فَاِنَّمَا يَسَّرْنٰهُ بِلِسَانِكَ لِتُبَشِّرَ بِهِ الْمُتَّقِيْنَ وَتُنْذِرَ بِهٖ قَوْمًا لُّدًّا ٩٧
- fa-innamā
- فَإِنَّمَا
- पस बेशक
- yassarnāhu
- يَسَّرْنَٰهُ
- आसान कर दिया हमने उसे
- bilisānika
- بِلِسَانِكَ
- आपकी ज़बान में
- litubashira
- لِتُبَشِّرَ
- ताकि आप ख़ुशख़बरी दें
- bihi
- بِهِ
- साथ उसके
- l-mutaqīna
- ٱلْمُتَّقِينَ
- मुत्तक़ी लोगों को
- watundhira
- وَتُنذِرَ
- और आप डराऐं
- bihi
- بِهِۦ
- साथ उसके
- qawman
- قَوْمًا
- ऐसी क़ौम को
- luddan
- لُّدًّا
- जो झगड़ालू है
अतः हमने इस वाणी को तुम्हारी भाषा में इसी लिए सहज एवं उपयुक्त बनाया है, ताकि तुम इसके द्वारा डर रखनेवालों को शुभ सूचना दो और उन झगड़ालू लोगों को इसके द्वारा डराओ ([१९] मरियम: 97)Tafseer (तफ़सीर )
९८
وَكَمْ اَهْلَكْنَا قَبْلَهُمْ مِّنْ قَرْنٍۗ هَلْ تُحِسُّ مِنْهُمْ مِّنْ اَحَدٍ اَوْ تَسْمَعُ لَهُمْ رِكْزًا ࣖ ٩٨
- wakam
- وَكَمْ
- और कितनी ही
- ahlaknā
- أَهْلَكْنَا
- हलाक कर दीं हमने
- qablahum
- قَبْلَهُم
- इनसे पहले
- min
- مِّن
- उम्मतें/बस्तियाँ
- qarnin
- قَرْنٍ
- उम्मतें/बस्तियाँ
- hal
- هَلْ
- क्या
- tuḥissu
- تُحِسُّ
- आप महसूस करते हैं
- min'hum
- مِنْهُم
- उनमें से
- min
- مِّنْ
- किसी एक को भी
- aḥadin
- أَحَدٍ
- किसी एक को भी
- aw
- أَوْ
- या
- tasmaʿu
- تَسْمَعُ
- आप सुनते हैं
- lahum
- لَهُمْ
- उनकी
- rik'zan
- رِكْزًۢا
- कोई आहट/भनक
उनसे पहले कितनी ही नसलों को हम विनष्ट कर चुके है। क्या उनमें किसी की आहट तुम पाते हो या उनकी कोई भनक सुनते हो? ([१९] मरियम: 98)Tafseer (तफ़सीर )