Skip to content

पवित्र कुरान सूरा अन नहल आयत १८

Qur'an Surah An-Nahl Verse 18

अन नहल [१६]: १८ ~ कुरान अनुवाद शब्द द्वारा शब्द - तफ़सीर

وَاِنْ تَعُدُّوْا نِعْمَةَ اللّٰهِ لَا تُحْصُوْهَا ۗاِنَّ اللّٰهَ لَغَفُوْرٌ رَّحِيْمٌ (النحل : ١٦)

wa-in
وَإِن
And if
और अगर
taʿuddū
تَعُدُّوا۟
you should count
तुम गिनना चाहो
niʿ'mata
نِعْمَةَ
the Favors of Allah
नेअमतों को
l-lahi
ٱللَّهِ
the Favors of Allah
अल्लाह की
لَا
not
नहीं तुम शुमार कर सकते उन्हें
tuḥ'ṣūhā
تُحْصُوهَآۗ
you could enumerate them
नहीं तुम शुमार कर सकते उन्हें
inna
إِنَّ
Indeed
बेशक
l-laha
ٱللَّهَ
Allah
अल्लाह
laghafūrun
لَغَفُورٌ
(is) Oft-Forgiving
अलबत्ता बहुत बख़्ने वाला है
raḥīmun
رَّحِيمٌ
Most Merciful
निहायत रहम करने वाला है

Transliteration:

Wa in ta'uddoo ni'matal laahi laa tuhsoohaa; innal laaha la Ghafoorur Raheem (QS. an-Naḥl:18)

English Sahih International:

And if you should count the favors of Allah, you could not enumerate them. Indeed, Allah is Forgiving and Merciful. (QS. An-Nahl, Ayah १८)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और यदि तुम अल्लाह की नेमतों (कृपादानों) को गिनना चाहो तो उन्हें पूर्ण-रूप से गिन नहीं सकते। निस्संदेह अल्लाह बड़ा क्षमाशील, अत्यन्त दयावान है (अन नहल, आयत १८)

Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो क्या जो (ख़ुदा इतने मख़लूकात को) पैदा करता है वह उन (बुतों के बराबर हो सकता है जो कुछ भी पैदा नहीं कर सकते तो क्या तुम (इतनी बात भी) नहीं समझते और अगर तुम ख़ुदा की नेअमतों को गिनना चाहो तो (इस कसरत से हैं कि) तुम नहीं गिन सकते हो

Azizul-Haqq Al-Umary

और यदि तुम अल्लाह के पुरस्कारों की गणना करना चाहो, तो कभी नहीं कर सकते। वास्तव में, अल्लाह बड़ा क्षमा तथा दया करने वाला है।