५१
وَنَبِّئْهُمْ عَنْ ضَيْفِ اِبْرٰهِيْمَۘ ٥١
- wanabbi'hum
- وَنَبِّئْهُمْ
- और ख़बर दे दीजिए उन्हें
- ʿan
- عَن
- मेहमानों की
- ḍayfi
- ضَيْفِ
- मेहमानों की
- ib'rāhīma
- إِبْرَٰهِيمَ
- इब्राहीम के
और उन्हें इबराहीम के अतिथियों का वृत्तान्त सुनाओ, ([१५] अल हिज्र: 51)Tafseer (तफ़सीर )
५२
اِذْ دَخَلُوْا عَلَيْهِ فَقَالُوْا سَلٰمًاۗ قَالَ اِنَّا مِنْكُمْ وَجِلُوْنَ ٥٢
- idh
- إِذْ
- जब
- dakhalū
- دَخَلُوا۟
- वो दाख़िल हुए
- ʿalayhi
- عَلَيْهِ
- उस पर
- faqālū
- فَقَالُوا۟
- तो उन्होंने कहा
- salāman
- سَلَٰمًا
- सलाम (हो तुम पर)
- qāla
- قَالَ
- उसने कहा
- innā
- إِنَّا
- बेशक हम
- minkum
- مِنكُمْ
- तुमसे
- wajilūna
- وَجِلُونَ
- ख़ौफ़ज़दा हैं
जब वे उसके यहाँ आए और उन्होंने सलाम किया तो उसने कहा, 'हमें तो तुमसे डर लग रहा है।' ([१५] अल हिज्र: 52)Tafseer (तफ़सीर )
५३
قَالُوْا لَا تَوْجَلْ اِنَّا نُبَشِّرُكَ بِغُلٰمٍ عَلِيْمٍ ٥٣
- qālū
- قَالُوا۟
- उन्होंने कहा
- lā
- لَا
- ना तुम डरो
- tawjal
- تَوْجَلْ
- ना तुम डरो
- innā
- إِنَّا
- बेशक हम
- nubashiruka
- نُبَشِّرُكَ
- हम ख़ुशख़बरी देते हैं तुझे
- bighulāmin
- بِغُلَٰمٍ
- एक लड़के की
- ʿalīmin
- عَلِيمٍ
- बहुत इल्म वाले
वे बोले, 'डरो नहीं, हम तुम्हें एक ज्ञानवान पुत्र की शुभ सूचना देते है।' ([१५] अल हिज्र: 53)Tafseer (तफ़सीर )
५४
قَالَ اَبَشَّرْتُمُوْنِيْ عَلٰٓى اَنْ مَّسَّنِيَ الْكِبَرُ فَبِمَ تُبَشِّرُوْنَ ٥٤
- qāla
- قَالَ
- उसने कहा
- abashartumūnī
- أَبَشَّرْتُمُونِى
- क्या ख़ुशख़बरी देते हो तुम मुझे
- ʿalā
- عَلَىٰٓ
- बावजूद इसके
- an
- أَن
- कि
- massaniya
- مَّسَّنِىَ
- पहूँच चुका मुझे
- l-kibaru
- ٱلْكِبَرُ
- बुढ़ापा
- fabima
- فَبِمَ
- पस किस चीज़ की
- tubashirūna
- تُبَشِّرُونَ
- तुम ख़ुशख़बरी देते हो
उसने कहा, 'क्या तुम मुझे शुभ सूचना दे रहे हो, इस अवस्था में कि मेरा बुढापा आ गया है? तो अब मुझे किस बात की शुभ सूचना दे रहे हो?' ([१५] अल हिज्र: 54)Tafseer (तफ़सीर )
५५
قَالُوْا بَشَّرْنٰكَ بِالْحَقِّ فَلَا تَكُنْ مِّنَ الْقٰنِطِيْنَ ٥٥
- qālū
- قَالُوا۟
- उन्होंने कहा
- basharnāka
- بَشَّرْنَٰكَ
- ख़ुशख़बरी दी है हमने तुझे
- bil-ḥaqi
- بِٱلْحَقِّ
- हक़ की
- falā
- فَلَا
- पस ना
- takun
- تَكُن
- तुम हो
- mina
- مِّنَ
- मायूस होने वालों में से
- l-qāniṭīna
- ٱلْقَٰنِطِينَ
- मायूस होने वालों में से
उन्होंने कहा, 'हम तुम्हें सच्ची शुभ सूचना दे रहे हैं, तो तुम निराश न हो' ([१५] अल हिज्र: 55)Tafseer (तफ़सीर )
५६
قَالَ وَمَنْ يَّقْنَطُ مِنْ رَّحْمَةِ رَبِّهٖٓ اِلَّا الضَّاۤلُّوْنَ ٥٦
- qāla
- قَالَ
- उसने कहा
- waman
- وَمَن
- और कौन
- yaqnaṭu
- يَقْنَطُ
- मायूस हो सकता है
- min
- مِن
- रहमत से
- raḥmati
- رَّحْمَةِ
- रहमत से
- rabbihi
- رَبِّهِۦٓ
- अपने रब की
- illā
- إِلَّا
- सिवाय
- l-ḍālūna
- ٱلضَّآلُّونَ
- गुमराह लोगों के
उसने कहा, 'अपने रब की दयालुता से पथभ्रष्टों के सिवा और कौन निराश होगा?' ([१५] अल हिज्र: 56)Tafseer (तफ़सीर )
५७
قَالَ فَمَا خَطْبُكُمْ اَيُّهَا الْمُرْسَلُوْنَ ٥٧
- qāla
- قَالَ
- उसने कहा
- famā
- فَمَا
- तो क्या
- khaṭbukum
- خَطْبُكُمْ
- मामला है तुम्हारा
- ayyuhā
- أَيُّهَا
- ऐ
- l-mur'salūna
- ٱلْمُرْسَلُونَ
- भेजे हुओ (फ़रिश्तो)
उसने कहा, 'ऐ दूतो, तुम किस अभियान पर आए हो?' ([१५] अल हिज्र: 57)Tafseer (तफ़सीर )
५८
قَالُوْٓا اِنَّآ اُرْسِلْنَآ اِلٰى قَوْمٍ مُّجْرِمِيْنَۙ ٥٨
- qālū
- قَالُوٓا۟
- उन्होंने कहा
- innā
- إِنَّآ
- बेशक हम
- ur'sil'nā
- أُرْسِلْنَآ
- भेजे गए हम
- ilā
- إِلَىٰ
- तरफ़ उन लोगों के
- qawmin
- قَوْمٍ
- तरफ़ उन लोगों के
- muj'rimīna
- مُّجْرِمِينَ
- जो मुजरिम हैं
वे बोले, 'हम तो एक अपराधी क़ौम की ओर भेजे गए है, ([१५] अल हिज्र: 58)Tafseer (तफ़सीर )
५९
اِلَّآ اٰلَ لُوْطٍۗ اِنَّا لَمُنَجُّوْهُمْ اَجْمَعِيْنَۙ ٥٩
- illā
- إِلَّآ
- सिवाय
- āla
- ءَالَ
- आले लूत के
- lūṭin
- لُوطٍ
- आले लूत के
- innā
- إِنَّا
- बेशक हम
- lamunajjūhum
- لَمُنَجُّوهُمْ
- अलबत्ता निजात देने वाले हैं उनको
- ajmaʿīna
- أَجْمَعِينَ
- सबके सबको
सिवाय लूत के घरवालों के। उन सबको तो हम बचा लेंगे, ([१५] अल हिज्र: 59)Tafseer (तफ़सीर )
६०
اِلَّا امْرَاَتَهٗ قَدَّرْنَآ اِنَّهَا لَمِنَ الْغٰبِرِيْنَ ࣖ ٦٠
- illā
- إِلَّا
- सिवाय
- im'ra-atahu
- ٱمْرَأَتَهُۥ
- उसकी वीवी के
- qaddarnā
- قَدَّرْنَآۙ
- मुक़द्दर करदिया हमने
- innahā
- إِنَّهَا
- बेशक वो
- lamina
- لَمِنَ
- अलबत्ता पीछे रहने वालों में से है
- l-ghābirīna
- ٱلْغَٰبِرِينَ
- अलबत्ता पीछे रहने वालों में से है
सिवाय उसकी पत्नी के - हमने निश्चित कर दिया है, वह तो पीछे रह जानेवालों में रहेंगी।' ([१५] अल हिज्र: 60)Tafseer (तफ़सीर )