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सूरा युसूफ - शब्द द्वारा शब्द

Yusuf

(यूसुफ़)

bismillaahirrahmaanirrahiim

الۤرٰ ۗ تِلْكَ اٰيٰتُ الْكِتٰبِ الْمُبِيْنِۗ ١

alif-lam-ra
الٓرۚ
अलीफ़ लाम रा
til'ka
تِلْكَ
ये
āyātu
ءَايَٰتُ
आयात हैं
l-kitābi
ٱلْكِتَٰبِ
वाज़ेह किताब की
l-mubīni
ٱلْمُبِينِ
वाज़ेह किताब की
अलिफ़॰ लाम॰ रा॰। ये स्पष्ट किताब की आयतें हैं ([१२] युसूफ: 1)
Tafseer (तफ़सीर )

اِنَّآ اَنْزَلْنٰهُ قُرْاٰنًا عَرَبِيًّا لَّعَلَّكُمْ تَعْقِلُوْنَ ٢

innā
إِنَّآ
बेशक हम
anzalnāhu
أَنزَلْنَٰهُ
नाज़िल किया हमने उसे
qur'ānan
قُرْءَٰنًا
क़ुरआन
ʿarabiyyan
عَرَبِيًّا
अरबी
laʿallakum
لَّعَلَّكُمْ
ताकि तुम
taʿqilūna
تَعْقِلُونَ
तुम समझ सको
हमने इसे अरबी क़ुरआन के रूप में उतारा है, ताकि तुम समझो ([१२] युसूफ: 2)
Tafseer (तफ़सीर )

نَحْنُ نَقُصُّ عَلَيْكَ اَحْسَنَ الْقَصَصِ بِمَآ اَوْحَيْنَآ اِلَيْكَ هٰذَا الْقُرْاٰنَۖ وَاِنْ كُنْتَ مِنْ قَبْلِهٖ لَمِنَ الْغٰفِلِيْنَ ٣

naḥnu
نَحْنُ
हम
naquṣṣu
نَقُصُّ
हम बयान करते हैं
ʿalayka
عَلَيْكَ
आप पर
aḥsana
أَحْسَنَ
बेहतरीन
l-qaṣaṣi
ٱلْقَصَصِ
क़िस्सों में से
bimā
بِمَآ
इस वजह से कि
awḥaynā
أَوْحَيْنَآ
वही किया हमने
ilayka
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
hādhā
هَٰذَا
ये
l-qur'āna
ٱلْقُرْءَانَ
क़ुरआन
wa-in
وَإِن
और बेशक
kunta
كُنتَ
थे आप
min
مِن
इससे पहले
qablihi
قَبْلِهِۦ
इससे पहले
lamina
لَمِنَ
अलबत्ता बेख़बरों में से
l-ghāfilīna
ٱلْغَٰفِلِينَ
अलबत्ता बेख़बरों में से
इस क़ुरआन की तुम्हारी ओर प्रकाशना करके इसके द्वारा हम तुम्हें एक बहुत ही अच्छा बयान सुनाते है, यद्यपि इससे पहले तुम बेख़बर थे ([१२] युसूफ: 3)
Tafseer (तफ़सीर )

اِذْ قَالَ يُوْسُفُ لِاَبِيْهِ يٰٓاَبَتِ اِنِّيْ رَاَيْتُ اَحَدَ عَشَرَ كَوْكَبًا وَّالشَّمْسَ وَالْقَمَرَ رَاَيْتُهُمْ لِيْ سٰجِدِيْنَ ٤

idh
إِذْ
जब
qāla
قَالَ
कहा
yūsufu
يُوسُفُ
यूसुफ़ ने
li-abīhi
لِأَبِيهِ
अपने वालिद से
yāabati
يَٰٓأَبَتِ
ऐ मेरे अब्बा जान
innī
إِنِّى
बेशक मैं
ra-aytu
رَأَيْتُ
देखा मैंने (ख़्वाब में)
aḥada
أَحَدَ
ग्यारह
ʿashara
عَشَرَ
ग्यारह
kawkaban
كَوْكَبًا
सितारों को
wal-shamsa
وَٱلشَّمْسَ
और सूरज
wal-qamara
وَٱلْقَمَرَ
और चाँद को
ra-aytuhum
رَأَيْتُهُمْ
देखा मैंने उन्हें
لِى
मुझे
sājidīna
سَٰجِدِينَ
सजदा करते हुए
जब यूसुफ़ ने अपने बाप से कहा, 'ऐ मेरे बाप! मैंने स्वप्न में ग्यारह सितारे देखे और सूर्य और चाँद। मैंने उन्हें देखा कि वे मुझे सजदा कर रहे है।' ([१२] युसूफ: 4)
Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ يٰبُنَيَّ لَا تَقْصُصْ رُءْيَاكَ عَلٰٓى اِخْوَتِكَ فَيَكِيْدُوْا لَكَ كَيْدًا ۗاِنَّ الشَّيْطٰنَ لِلْاِنْسَانِ عَدُوٌّ مُّبِيْنٌ ٥

qāla
قَالَ
उसने कहा
yābunayya
يَٰبُنَىَّ
ऐ मेरे बेटे
لَا
ना तुम बयान करना
taqṣuṣ
تَقْصُصْ
ना तुम बयान करना
ru'yāka
رُءْيَاكَ
ख़्वाब अपना
ʿalā
عَلَىٰٓ
अपने भाईयों पर
ikh'watika
إِخْوَتِكَ
अपने भाईयों पर
fayakīdū
فَيَكِيدُوا۟
पस वो चाल चलेंगे
laka
لَكَ
तेरे लिए
kaydan
كَيْدًاۖ
एक चाल
inna
إِنَّ
बेशक
l-shayṭāna
ٱلشَّيْطَٰنَ
शैतान
lil'insāni
لِلْإِنسَٰنِ
इन्सान के लिए
ʿaduwwun
عَدُوٌّ
दुश्मन है
mubīnun
مُّبِينٌ
खुल्लम-खुल्ला
उसने कहा, 'ऐ मेरे बेटे! अपना स्वप्न अपने भाइयों को मत बताना, अन्यथा वे तेरे विरुद्ध कोई चाल चलेंगे। शैतान तो मनुष्य का खुला हुआ शत्रु है ([१२] युसूफ: 5)
Tafseer (तफ़सीर )

وَكَذٰلِكَ يَجْتَبِيْكَ رَبُّكَ وَيُعَلِّمُكَ مِنْ تَأْوِيْلِ الْاَحَادِيْثِ وَيُتِمُّ نِعْمَتَهٗ عَلَيْكَ وَعَلٰٓى اٰلِ يَعْقُوْبَ كَمَآ اَتَمَّهَا عَلٰٓى اَبَوَيْكَ مِنْ قَبْلُ اِبْرٰهِيْمَ وَاِسْحٰقَۗ اِنَّ رَبَّكَ عَلِيْمٌ حَكِيْمٌ ࣖ ٦

wakadhālika
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
yajtabīka
يَجْتَبِيكَ
चुन लेगा तुझे
rabbuka
رَبُّكَ
रब तेरा
wayuʿallimuka
وَيُعَلِّمُكَ
और वो सिखाएगा तुझे
min
مِن
हक़ीक़त में से
tawīli
تَأْوِيلِ
हक़ीक़त में से
l-aḥādīthi
ٱلْأَحَادِيثِ
बातों की
wayutimmu
وَيُتِمُّ
और वो पूरा कर देगा
niʿ'matahu
نِعْمَتَهُۥ
अपनी नेअमत को
ʿalayka
عَلَيْكَ
तुझ पर
waʿalā
وَعَلَىٰٓ
और आले याक़ूब पर
āli
ءَالِ
और आले याक़ूब पर
yaʿqūba
يَعْقُوبَ
और आले याक़ूब पर
kamā
كَمَآ
जैसा कि
atammahā
أَتَمَّهَا
उसने पूरा किया उसे
ʿalā
عَلَىٰٓ
तेरे दो बापों पर
abawayka
أَبَوَيْكَ
तेरे दो बापों पर
min
مِن
इससे पहले
qablu
قَبْلُ
इससे पहले
ib'rāhīma
إِبْرَٰهِيمَ
इब्राहीम
wa-is'ḥāqa
وَإِسْحَٰقَۚ
और इसहाक़ पर
inna
إِنَّ
बेशक
rabbaka
رَبَّكَ
रब तेरा
ʿalīmun
عَلِيمٌ
बहुत इल्म वाला है
ḥakīmun
حَكِيمٌ
ख़ूब हिकमत वाला है
और ऐसा ही होगा, तेरा रब तुझे चुन लेगा और तुझे बातों की तथ्य तक पहुँचना सिखाएगा और अपना अनुग्रह तुझपर और याकूब के घरवालों पर उसी प्रकार पूरा करेगा, जिस प्रकार इससे पहले वह तेरे पूर्वज इबराहीम और इसहाक़ पर पूरा कर चुका है। निस्संदेह तेरा रब सर्वज्ञ, तत्वदर्शी है।' ([१२] युसूफ: 6)
Tafseer (तफ़सीर )

۞ لَقَدْ كَانَ فِيْ يُوْسُفَ وَاِخْوَتِهٖٓ اٰيٰتٌ لِّلسَّاۤىِٕلِيْنَ ٧

laqad
لَّقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
kāna
كَانَ
हैं
فِى
यूसुफ़ में
yūsufa
يُوسُفَ
यूसुफ़ में
wa-ikh'watihi
وَإِخْوَتِهِۦٓ
और उसके भाईयों में
āyātun
ءَايَٰتٌ
निशानियाँ
lilssāilīna
لِّلسَّآئِلِينَ
सवाल करने वालों के लिए
निश्चय ही यूसुफ़ और उनके भाइयों में सवाल करनेवालों के लिए निशानियाँ है ([१२] युसूफ: 7)
Tafseer (तफ़सीर )

اِذْ قَالُوْا لَيُوْسُفُ وَاَخُوْهُ اَحَبُّ اِلٰٓى اَبِيْنَا مِنَّا وَنَحْنُ عُصْبَةٌ ۗاِنَّ اَبَانَا لَفِيْ ضَلٰلٍ مُّبِيْنٍۙ ٨

idh
إِذْ
जब
qālū
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
layūsufu
لَيُوسُفُ
बिला शुबाह यूसुफ़
wa-akhūhu
وَأَخُوهُ
और उसका भाई
aḥabbu
أَحَبُّ
ज़्यादा प्यारे हैं
ilā
إِلَىٰٓ
हमारे वालिद को
abīnā
أَبِينَا
हमारे वालिद को
minnā
مِنَّا
हम से
wanaḥnu
وَنَحْنُ
हालाँकि हम
ʿuṣ'batun
عُصْبَةٌ
एक जत्था हैं
inna
إِنَّ
बेशक
abānā
أَبَانَا
वालिद हमारे
lafī
لَفِى
अलबत्ता भूल में हैं
ḍalālin
ضَلَٰلٍ
अलबत्ता भूल में हैं
mubīnin
مُّبِينٍ
वाज़ेह
जबकि उन्होंने कहा, 'यूसुफ़ और उसका भाई हमारे बाप को हमसे अधिक प्रिय है, हालाँकि हम एक पूरा जत्था है। वासत्व में हमारे बाप स्पष्ट तः बहक गए है ([१२] युसूफ: 8)
Tafseer (तफ़सीर )

ۨاقْتُلُوْا يُوْسُفَ اَوِ اطْرَحُوْهُ اَرْضًا يَّخْلُ لَكُمْ وَجْهُ اَبِيْكُمْ وَتَكُوْنُوْا مِنْۢ بَعْدِهٖ قَوْمًا صٰلِحِيْنَ ٩

uq'tulū
ٱقْتُلُوا۟
क़त्ल कर दो
yūsufa
يُوسُفَ
यूसुफ़ को
awi
أَوِ
या
iṭ'raḥūhu
ٱطْرَحُوهُ
फेंक दो इसे
arḍan
أَرْضًا
किसी ज़मीन में
yakhlu
يَخْلُ
ख़ाली हो जाएगा
lakum
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
wajhu
وَجْهُ
चेहरा
abīkum
أَبِيكُمْ
तुम्हारे वालिद का
watakūnū
وَتَكُونُوا۟
और तुम हो जाना
min
مِنۢ
बाद इसके
baʿdihi
بَعْدِهِۦ
बाद इसके
qawman
قَوْمًا
लोग
ṣāliḥīna
صَٰلِحِينَ
नेक
यूसुफ़ को मार डालो या उसे किसी भूभाग में फेंक आओ, ताकि तुम्हारे बाप का ध्यान केवल तुम्हारी ही ओर हो जाए। इसके पश्चात तुम फिर नेक बन जाना।' ([१२] युसूफ: 9)
Tafseer (तफ़सीर )
१०

قَالَ قَاۤئِلٌ مِّنْهُمْ لَا تَقْتُلُوْا يُوْسُفَ وَاَلْقُوْهُ فِيْ غَيٰبَتِ الْجُبِّ يَلْتَقِطْهُ بَعْضُ السَّيَّارَةِ اِنْ كُنْتُمْ فٰعِلِيْنَ ١٠

qāla
قَالَ
कहा
qāilun
قَآئِلٌ
एक कहने वाले ने
min'hum
مِّنْهُمْ
उन्हीं में से
لَا
ना तुम क़त्ल करो
taqtulū
تَقْتُلُوا۟
ना तुम क़त्ल करो
yūsufa
يُوسُفَ
यूसुफ़ को
wa-alqūhu
وَأَلْقُوهُ
और डाल दो उसे
فِى
गहराई में
ghayābati
غَيَٰبَتِ
गहराई में
l-jubi
ٱلْجُبِّ
कुएँ की
yaltaqiṭ'hu
يَلْتَقِطْهُ
उठा लेगा उसे
baʿḍu
بَعْضُ
कोई
l-sayārati
ٱلسَّيَّارَةِ
क़ाफ़िला
in
إِن
अगर
kuntum
كُنتُمْ
हो तुम
fāʿilīna
فَٰعِلِينَ
करने वाले
उनमें से एक बोलनेवाला बोल पड़ा, 'यूसुफ़ की हत्या न करो, यदि तुम्हें कुछ करना ही है तो उसे किसी कुएँ की तह में डाल दो। कोई राहगीर उसे उठा लेगा।' ([१२] युसूफ: 10)
Tafseer (तफ़सीर )