सूरा अन-नस्र - शब्द द्वारा शब्द
An-Nasr
(Succour, Divine Support, विजय)
१
اِذَا جَاۤءَ نَصْرُ اللّٰهِ وَالْفَتْحُۙ ١
- idhā
- إِذَا
- जब
- jāa
- جَآءَ
- आ जाए
- naṣru
- نَصْرُ
- मदद
- l-lahi
- ٱللَّهِ
- अल्लाह की
- wal-fatḥu
- وَٱلْفَتْحُ
- और फ़तह
जब अल्लाह की सहायता आ जाए और विजय प्राप्त हो, ([११०] अन-नस्र: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
وَرَاَيْتَ النَّاسَ يَدْخُلُوْنَ فِيْ دِيْنِ اللّٰهِ اَفْوَاجًاۙ ٢
- wara-ayta
- وَرَأَيْتَ
- और आप देखें
- l-nāsa
- ٱلنَّاسَ
- लोगों को
- yadkhulūna
- يَدْخُلُونَ
- वो दाख़िल हो रहे हैं
- fī
- فِى
- दीन में
- dīni
- دِينِ
- दीन में
- l-lahi
- ٱللَّهِ
- अल्लाह के
- afwājan
- أَفْوَاجًا
- फ़ौज दर फ़ौज
और तुम लोगों को देखो कि वे अल्लाह के दीन (धर्म) में गिरोह के गिरोह प्रवेश कर रहे है, ([११०] अन-नस्र: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
فَسَبِّحْ بِحَمْدِ رَبِّكَ وَاسْتَغْفِرْهُۗ اِنَّهٗ كَانَ تَوَّابًا ࣖ ٣
- fasabbiḥ
- فَسَبِّحْ
- तो तस्बीह कीजिए
- biḥamdi
- بِحَمْدِ
- साथ हम्द के
- rabbika
- رَبِّكَ
- अपने रब की
- wa-is'taghfir'hu
- وَٱسْتَغْفِرْهُۚ
- और बख़्शिश माँगिए उससे
- innahu
- إِنَّهُۥ
- बेशक वो
- kāna
- كَانَ
- है वो
- tawwāban
- تَوَّابًۢا
- बहुत तौबा क़ुबूल करने वाला
तो अपने रब की प्रशंसा करो और उससे क्षमा चाहो। निस्संदेह वह बड़ा तौबा क़बूल करनेवाला है ([११०] अन-नस्र: 3)Tafseer (तफ़सीर )