सूरा अल-कौसर - शब्द द्वारा शब्द
Al-Kawthar
(Abundance, Plenty)
१
اِنَّآ اَعْطَيْنٰكَ الْكَوْثَرَۗ ١
- innā
- إِنَّآ
- बेशक हमने
- aʿṭaynāka
- أَعْطَيْنَٰكَ
- अता किया हमने आपको
- l-kawthara
- ٱلْكَوْثَرَ
- कौसर
निश्चय ही हमने तुम्हें कौसर प्रदान किया, ([१०८] अल-कौसर: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانْحَرْۗ ٢
- faṣalli
- فَصَلِّ
- पस नमाज़ पढ़िए
- lirabbika
- لِرَبِّكَ
- अपने रब के लिए
- wa-in'ḥar
- وَٱنْحَرْ
- और क़ुर्बानी कीजिए
अतः तुम अपने रब ही के लिए नमाज़ पढ़ो और (उसी के दिन) क़़ुरबानी करो ([१०८] अल-कौसर: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
اِنَّ شَانِئَكَ هُوَ الْاَبْتَرُ ࣖ ٣
- inna
- إِنَّ
- बेशक
- shāni-aka
- شَانِئَكَ
- दुश्मन आपका
- huwa
- هُوَ
- वो ही
- l-abtaru
- ٱلْأَبْتَرُ
- जड़ कटा है
निस्संदेह तुम्हारा जो वैरी है वही जड़कटा है ([१०८] अल-कौसर: 3)Tafseer (तफ़सीर )