सूरा अल-माऊन - शब्द द्वारा शब्द
Al-Ma'un
(Small Kindnesses, Almsgiving, Have You Seen)
१
اَرَءَيْتَ الَّذِيْ يُكَذِّبُ بِالدِّيْنِۗ ١
- ara-ayta
- أَرَءَيْتَ
- क्या देखा आपने
- alladhī
- ٱلَّذِى
- उस शख़्स को जो
- yukadhibu
- يُكَذِّبُ
- झुठलाता है
- bil-dīni
- بِٱلدِّينِ
- बदले (के दिन) को
क्या तुमने उसे देखा जो दीन को झुठलाता है? ([१०७] अल-माऊन: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
فَذٰلِكَ الَّذِيْ يَدُعُّ الْيَتِيْمَۙ ٢
- fadhālika
- فَذَٰلِكَ
- पस ये
- alladhī
- ٱلَّذِى
- वो है जो
- yaduʿʿu
- يَدُعُّ
- धक्के देता है
- l-yatīma
- ٱلْيَتِيمَ
- यतीम को
वही तो है जो अनाथ को धक्के देता है, ([१०७] अल-माऊन: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
وَلَا يَحُضُّ عَلٰى طَعَامِ الْمِسْكِيْنِۗ ٣
- walā
- وَلَا
- और नहीं
- yaḥuḍḍu
- يَحُضُّ
- वो रग़बत दिलाता
- ʿalā
- عَلَىٰ
- खाना खिलाने पर
- ṭaʿāmi
- طَعَامِ
- खाना खिलाने पर
- l-mis'kīni
- ٱلْمِسْكِينِ
- मिसकीन के
और मुहताज के खिलाने पर नहीं उकसाता ([१०७] अल-माऊन: 3)Tafseer (तफ़सीर )
४
فَوَيْلٌ لِّلْمُصَلِّيْنَۙ ٤
- fawaylun
- فَوَيْلٌ
- पस हलाकत है
- lil'muṣallīna
- لِّلْمُصَلِّينَ
- उन नमाज़ियों के लिए
अतः तबाही है उन नमाज़ियों के लिए, ([१०७] अल-माऊन: 4)Tafseer (तफ़सीर )
५
الَّذِيْنَ هُمْ عَنْ صَلَاتِهِمْ سَاهُوْنَۙ ٥
- alladhīna
- ٱلَّذِينَ
- वो जो
- hum
- هُمْ
- वो
- ʿan
- عَن
- अपनी नमाज़ों से
- ṣalātihim
- صَلَاتِهِمْ
- अपनी नमाज़ों से
- sāhūna
- سَاهُونَ
- गाफ़िल हैं
जो अपनी नमाज़ से ग़ाफिल (असावधान) हैं, ([१०७] अल-माऊन: 5)Tafseer (तफ़सीर )
६
الَّذِيْنَ هُمْ يُرَاۤءُوْنَۙ ٦
- alladhīna
- ٱلَّذِينَ
- वो लोग जो
- hum
- هُمْ
- वो
- yurāūna
- يُرَآءُونَ
- वो रियाकारी करते हैं
जो दिखावे के लिए कार्य करते हैं, ([१०७] अल-माऊन: 6)Tafseer (तफ़सीर )
७
وَيَمْنَعُوْنَ الْمَاعُوْنَ ࣖ ٧
- wayamnaʿūna
- وَيَمْنَعُونَ
- और वो रोकते हैं
- l-māʿūna
- ٱلْمَاعُونَ
- इस्तेमाल की मामूली चीज़ें
और साधारण बरतने की चीज़ भी किसी को नहीं देते ([१०७] अल-माऊन: 7)Tafseer (तफ़सीर )