सूरा अत-तकासुर - शब्द द्वारा शब्द
At-Takathur
(Rivalry In World Increase, Competition)
१
اَلْهٰىكُمُ التَّكَاثُرُۙ ١
- alhākumu
- أَلْهَىٰكُمُ
- गाफ़िल कर दिया तुम्हें
- l-takāthuru
- ٱلتَّكَاثُرُ
- कसरत की तलब ने
तुम्हें एक-दूसरे के मुक़ाबले में बहुतायत के प्रदर्शन और घमंड ने ग़फ़़लत में डाल रखा है, ([१०२] अत-तकासुर: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
حَتّٰى زُرْتُمُ الْمَقَابِرَۗ ٢
- ḥattā
- حَتَّىٰ
- यहाँ तक कि
- zur'tumu
- زُرْتُمُ
- जा पहुँचे तुम
- l-maqābira
- ٱلْمَقَابِرَ
- क़ब्रों मे
यहाँ तक कि तुम क़ब्रिस्तानों में पहुँच गए ([१०२] अत-तकासुर: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُوْنَۙ ٣
- kallā
- كَلَّا
- हरगिज़ नहीं
- sawfa
- سَوْفَ
- अनक़रीब
- taʿlamūna
- تَعْلَمُونَ
- तुम जान लोगे
कुछ नहीं, तुम शीघ्र ही जान लोगे ([१०२] अत-तकासुर: 3)Tafseer (तफ़सीर )
४
ثُمَّ كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُوْنَ ٤
- thumma
- ثُمَّ
- फिर
- kallā
- كَلَّا
- हरगिज़ नहीं
- sawfa
- سَوْفَ
- अनक़रीब
- taʿlamūna
- تَعْلَمُونَ
- तुम जान लोगे
फिर, कुछ नहीं, तुम्हें शीघ्र ही मालूम हो जाएगा - ([१०२] अत-तकासुर: 4)Tafseer (तफ़सीर )
५
كَلَّا لَوْ تَعْلَمُوْنَ عِلْمَ الْيَقِيْنِۗ ٥
- kallā
- كَلَّا
- हरगिज़ नहीं
- law
- لَوْ
- काश
- taʿlamūna
- تَعْلَمُونَ
- तुम जान लेते
- ʿil'ma
- عِلْمَ
- जानना
- l-yaqīni
- ٱلْيَقِينِ
- यक़ीन का
कुछ नहीं, अगर तुम विश्वसनीय ज्ञान के रूप में जान लो! (तो तुम धन-दौलत के पुजारी न बनो) - ([१०२] अत-तकासुर: 5)Tafseer (तफ़सीर )
६
لَتَرَوُنَّ الْجَحِيْمَۙ ٦
- latarawunna
- لَتَرَوُنَّ
- अलबत्ता तुम ज़रूर देखोगे
- l-jaḥīma
- ٱلْجَحِيمَ
- जहन्नम को
अवश्य ही तुम भड़कती आग से दो-चार होगे ([१०२] अत-तकासुर: 6)Tafseer (तफ़सीर )
७
ثُمَّ لَتَرَوُنَّهَا عَيْنَ الْيَقِيْنِۙ ٧
- thumma
- ثُمَّ
- फिर
- latarawunnahā
- لَتَرَوُنَّهَا
- अलबत्ता तुम ज़रूर देखोगे उसे
- ʿayna
- عَيْنَ
- आँख से
- l-yaqīni
- ٱلْيَقِينِ
- यक़ीन की
फिर सुनो, उसे अवश्य देखोगे इस दशा में कि वह यथावत विश्वास होगा ([१०२] अत-तकासुर: 7)Tafseer (तफ़सीर )
८
ثُمَّ لَتُسْـَٔلُنَّ يَوْمَىِٕذٍ عَنِ النَّعِيْمِ ࣖ ٨
- thumma
- ثُمَّ
- फिर
- latus'alunna
- لَتُسْـَٔلُنَّ
- अलबत्ता तुम ज़रूर पूछे जाओगे
- yawma-idhin
- يَوْمَئِذٍ
- उस दिन
- ʿani
- عَنِ
- नेअमतों के बारे में
- l-naʿīmi
- ٱلنَّعِيمِ
- नेअमतों के बारे में
फिर निश्चय ही उस दिन तुमसे नेमतों के बारे में पूछा जाएगा ([१०२] अत-तकासुर: 8)Tafseer (तफ़सीर )