१
وَالْعٰدِيٰتِ ضَبْحًاۙ ١
- wal-ʿādiyāti
- وَٱلْعَٰدِيَٰتِ
- क़सम है दौड़ने वालों की
- ḍabḥan
- ضَبْحًا
- हाँपते हुए
साक्षी है जो हाँफते-फुँकार मारते हुए दौड़ते है, ([१००] अल-आदियात: 1)Tafseer (तफ़सीर )
२
فَالْمُوْرِيٰتِ قَدْحًاۙ ٢
- fal-mūriyāti
- فَٱلْمُورِيَٰتِ
- फिर चिंगारी निकालने वालों की
- qadḥan
- قَدْحًا
- सुम मार कर
फिर ठोकरों से चिनगारियाँ निकालते है, ([१००] अल-आदियात: 2)Tafseer (तफ़सीर )
३
فَالْمُغِيْرٰتِ صُبْحًاۙ ٣
- fal-mughīrāti
- فَٱلْمُغِيرَٰتِ
- फिर हमला करने वालों की
- ṣub'ḥan
- صُبْحًا
- सुबह सवेरे
फिर सुबह सवेरे धावा मारते होते है, ([१००] अल-आदियात: 3)Tafseer (तफ़सीर )
४
فَاَثَرْنَ بِهٖ نَقْعًاۙ ٤
- fa-atharna
- فَأَثَرْنَ
- फिर वो उड़ाते हैं
- bihi
- بِهِۦ
- साथ उसके
- naqʿan
- نَقْعًا
- ग़ुबार को
उसमें उठाया उन्होंने गर्द-गुबार ([१००] अल-आदियात: 4)Tafseer (तफ़सीर )
५
فَوَسَطْنَ بِهٖ جَمْعًاۙ ٥
- fawasaṭna
- فَوَسَطْنَ
- फिर वो दर्मियान मे घुस जाते हैं
- bihi
- بِهِۦ
- साथ उसके
- jamʿan
- جَمْعًا
- जमाअत में
और इसी हाल में वे दल में जा घुसे ([१००] अल-आदियात: 5)Tafseer (तफ़सीर )
६
اِنَّ الْاِنْسَانَ لِرَبِّهٖ لَكَنُوْدٌ ۚ ٦
- inna
- إِنَّ
- यक़ीनन
- l-insāna
- ٱلْإِنسَٰنَ
- इन्सान
- lirabbihi
- لِرَبِّهِۦ
- अपने रब का
- lakanūdun
- لَكَنُودٌ
- यक़ीनन बड़ा नाशुक्रा है
निस्संदेह मनुष्य अपने रब का बड़ा अकृतज्ञ हैं, ([१००] अल-आदियात: 6)Tafseer (तफ़सीर )
७
وَاِنَّهٗ عَلٰى ذٰلِكَ لَشَهِيْدٌۚ ٧
- wa-innahu
- وَإِنَّهُۥ
- और बेशक वो
- ʿalā
- عَلَىٰ
- ऊपर उसके
- dhālika
- ذَٰلِكَ
- ऊपर उसके
- lashahīdun
- لَشَهِيدٌ
- अलबत्ता (ख़ुद)गवाह है
और निश्चय ही वह स्वयं इसपर गवाह है! ([१००] अल-आदियात: 7)Tafseer (तफ़सीर )
८
وَاِنَّهٗ لِحُبِّ الْخَيْرِ لَشَدِيْدٌ ۗ ٨
- wa-innahu
- وَإِنَّهُۥ
- और बेशक वो
- liḥubbi
- لِحُبِّ
- मुहब्बत में
- l-khayri
- ٱلْخَيْرِ
- माल की
- lashadīdun
- لَشَدِيدٌ
- यक़ीनन शदीद है
और निश्चय ही वह धन के मोह में बड़ा दृढ़ है ([१००] अल-आदियात: 8)Tafseer (तफ़सीर )
९
۞ اَفَلَا يَعْلَمُ اِذَا بُعْثِرَ مَا فِى الْقُبُوْرِۙ ٩
- afalā
- أَفَلَا
- क्या भला नहीं
- yaʿlamu
- يَعْلَمُ
- वो जानता
- idhā
- إِذَا
- जब
- buʿ'thira
- بُعْثِرَ
- निकाल लिया जाएगा
- mā
- مَا
- जो
- fī
- فِى
- क़ब्रों में है
- l-qubūri
- ٱلْقُبُورِ
- क़ब्रों में है
तो क्या वह जानता नहीं जब उगवला लिया जाएगा तो क़ब्रों में है ([१००] अल-आदियात: 9)Tafseer (तफ़सीर )
१०
وَحُصِّلَ مَا فِى الصُّدُوْرِۙ ١٠
- waḥuṣṣila
- وَحُصِّلَ
- और हासिल कर लिया जाएगा
- mā
- مَا
- जो
- fī
- فِى
- सीनों में है
- l-ṣudūri
- ٱلصُّدُورِ
- सीनों में है
और स्पष्ट अनावृत्त कर दिया जाएगा तो कुछ सीनों में है ([१००] अल-आदियात: 10)Tafseer (तफ़सीर )